Koo के को-फाउंडर ने लॉन्च किया नया ऐप PicSee, दोस्तों के साथ शेयर कर पाएंगो फोटोज
आजकल फोटो खींचना आसान है, पर शेयर करना मुश्किल। PicSee ऐप इस समस्या को हल करता है। यह AI-आधारित ऐप है, जो आपको अपने दोस्तों की खींची हुई तस्वीरें पाने में मदद करता है और उन्हें आपकी तस्वीरें देता है। यह सुरक्षित है और आपकी प्राइवेसी का ख्याल रखता है। PicSee में फेशियल रिकग्निशन टेक्नीक है और यह आपके डेटा को एन्क्रिप्ट करता है।

PicSee: दोस्तों के साथ फोटो शेयरिंग अब हुआ आसान
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आजकल हम सब अपनी यादों को कैमरे में कैद करते हैं, लेकिन अक्सर इन तस्वीरों को दोस्तों और परिवार तक नहीं पहुंचा पाते। एक नई और अनोखी पहल ने इस समस्या का समाधान किया है। PicSee, जो कि दुनिया का पहला AI-संचालित म्यूचुअल फोटो शेयरिंग ऐप है, का बिलियन हार्ट्स सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज़ द्वारा लॉन्च किया गया है। इस ऐप को कू (Koo) के को-फाउंडर मयंक बिदावतका ने पेश किया है।
क्या है PicSee?
स्मार्टफोन से यूजर्स हर साल लाखों तस्वीरें क्लिक करते हैं। इनमें से ज्यादातर फोटो उन लोगों को नहीं मिल पाती, जिनकी ये होती हैं। आपकी गैलरी में जो तस्वीरें हैं, वो अक्सर दोस्तों की गैलरी में भी हो सकती हैं, लेकिन किसी कारणवश वो आपके पास नहीं पहुंच पातीं। PicSee का ‘देकर पाओ’ मॉडल इस समस्या का समाधान करता है। अब, ऐप की मदद से आप उन तस्वीरों को पा सकते हैं, जो आपके दोस्तों ने कभी खींची थीं, और वे आपकी तस्वीरें भी प्राप्त करेंगे।
PicSee के जरिए यूजर्स को अपनी खुद की अनदेखी तस्वीरें तुरंत मिल जाती हैं, जो उनके दोस्तों ने खीचीं थीं। यह पूरी प्रक्रिया सुरक्षित और गोपनीय होती है, जिससे आपकी तस्वीरों की प्राइवेसी पूरी तरह से बनी रहती है।
PicSee के फीचर्स
इस ऐप को अभी सॉफ्ट लॉन्च किया गया है। सिर्फ तीन महीनों में PicSee के यूजर्स की संख्या में 75 गुना वृद्धि हुई है। इस ग्रोथ का मुख्य कारण था यूजर्स का अपने दोस्तों को इन्वाइट कर सकते हैं। यूजर्स अब 1.5 लाख से अधिक तस्वीरें PicSee पर शेयर की जा चुकी हैं, और 30% यूज़र्स के पास ऐप पर अपनी गैलरी से ज्यादा तस्वीरें हैं।
PicSee ऐप में फेशियल रिकग्निशन टेक्नीक दी गई है, जो गैलरी स्कैन करता है, और फिर आपके दोस्तों की पहचान कर उन्हें इनवाइट भेजता है। आपका दोस्त जब इन्वाइट स्वीकार करता है तो ऐप उन्हें फोटो शेयर कर देता है।
PicSee ऐप में यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल भी रखा गया है। यह ऐप यूजर्स की फोटो को अपने सर्वर पर स्टोर नहीं करता है। यह सीधे डिवाइस पर ट्रांसफर होता है। इसके साथ ही ये पूरा प्रोसेस एन्क्रिप्टेड होता है, जिन्हें कंपनी भी देख नहीं सकती है।
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