PDF फाइल से भी हो सकता है आपका फोन और लैपटॉप हैक, मालवेयर से बचने के लिए बरतनी होंगी ये सावधानियां
हर दूसरा इंटरनेट यूजर पीडीएफ फाइल फार्मेट में जानकारियों को सहेज कर रखता है। ऐसे में हैकर्स पीडीएफ फाइल के जरिए भी मालवेयर की एंट्री आपके डिवाइस में करवा सकते हैं। एक रिपोर्ट की मानें तो ईमेल अटैचमेंट में मिलने वाली 10 में से 6 पीडीएफ फाइल में मालवेयर का खतरा पाया जाता है। डिवाइस में फाइल डाउनलोड होने के साथ ही डिवाइस हैक हो सकता है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। डिजिटल वर्ल्ड में साइबर अपराधी लगातार हैकिंग के नए तरीकों का इस्तेमाल करते रहते हैं। हैकिंग के लिए हैकर्स ऐसे तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिनसे एक बड़े यूजर बेस को निशाना बनाया जा सके। डिजिटल वर्ल्ड में काम करते हुए एक इंटरनेट यूजर को फाइल्स के अलग-अलग फॉर्मेट की जरूरत पड़ती ही है।
किस फाइल के जरिए हो सकती है हैकिंग
फाइल फॉर्मेट का सबसे कॉमन टाइप पीडीएफ है। बहुत से यूजर जरूरी जानकारियों को पीडीएफ फॉर्मेट में ही संभाल कर रखते हैं, लेकिन क्या आप जानते है। फाइल का यही फॉर्मेट आपके डिवाइस की हैकिंग का जिम्मेदार बन सकता है। ऐसा हम नहीं बल्कि साइबर हैकिंग को लेकर एक ताजा रिपोर्ट का दावा है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी फर्म की ओर से इस तरह का दावा किया गया है। ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी फर्म पालो अल्टो नेटवर्क्स की एक ताजा रिपोर्ट में साइबर हैकिंग के लिए पीडीएफ फाइल को जिम्मेदार माना गया है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक ईमेल अटैचमेंट में पीडीएफ फाइल फॉर्मेट के साथ यूजर के डिवाइस में मालवेयर की एंट्री हो रही है। टारगेट यूजर के डिवाइस में मालवेयर की एंट्री के लिए पीडीएफ फाइल को ही जरिया बनाया जा रहा है।
कितनी असुरक्षित है ईमेल अटैचमेंट वाली पीडीएफ फाइल
रिपोर्ट के मुताबिक ईमेल अटैचमेंट में मिलने वाली 10 पीडीएफ फाइल में से 6 फाइल में मालवेयर का खतरा होता है।
इतना ही नहीं, इन पीडीएफ फाइल के डिवाइस में एंट्री पाने के साथ ही डिवाइस को आसानी से हैक किया जा सकता है। कई बार यूजर को जानकारी भी नहीं होती और उसके डेटा का रिमोट एक्सेस हैकर के पास होता है।
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