कमजोर नेटवर्क और बैटरी बैकअप से हैं परेशान? मिनी 5G टावर हैं इसका परमानेंट इलाज!
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने स्मार्टफोन की बैटरी और नेटवर्क दोनों प्रोब्लम का खोज लिया है। उनका सुझाव है कि शहरों में बड़े टावरों की बजाय छोटे 5G टावरों का सघन नेटवर्क स्थापित करने से बैटरी लाइफ 50% तक बढ़ाई जा सकती है। इससे कनेक्टिविटी को भी सुधारा जा सकता है।
क्या है Mini 5G टावर टेक्नोलॉजी?
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। स्मार्टफोन यूजर्स की सबसे बड़ी समस्या कमजोर नेटवर्क और बैटरी बैकअप को लेकर रहती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों ने इसका हल खोज लिया है। उनका मानना है कि इस नए तरीके से शहरों में रहने वाले 50 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स की बैटरी लाइफ को बढ़ाया जा सकता है। New Scientist की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक बड़े टावर की जगह शहरों में Mini 5G टावरों का नेटवर्क लगाकर बैटरी की समस्या से निपटा जा सकता है। रिसर्चर्स का मानना है कि बेहतर नेटवर्क कवरेज से स्मार्टफोन की बैटरी समस्या की प्रॉब्लम को आसानी से दूर किया जा सकता है।
Mini 5G टावर से कैसे होगा फायदा?
रिसर्चर्स का कहना है कि Mini 5जी टावर का नेटवर्क बनाने से यूजर्स को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे वायरलेस सिग्नल लॉस से छुटकारा मिलेगा और करीब 3 गुना बिजली की बचत की जा सकती है। इस तरह छोटे-छोटे टावर के इकोसिस्टम से स्मार्टफोन्स की बैटरी परफॉर्मेंस को 50 प्रतिशत तक इंप्रूव किया जा सकता है।
जब स्मार्टफोन टावर से दूर होता है तो उसे कमजोर सिग्नल मिलते हैं। इस दौरान अपलोडिंग और डाउनलोडिंग के दौरान ज्यादा बैटरी की खपत करता है। वहीं, टावर के पास होने और कम ऊंचाई के कारण स्मार्टफोन को बेहतर नेटवर्क मिलता है और बैटरी कम खर्च होती है।
5G टावर ही क्यों?
4G नेटवर्क के साथ Mini टावर जैसा इकोसिस्टम तैयार करना मुश्किल है। 4जी नेटवर्क में डिवाइस एक टावर से दूसरे टावर में तेजी से स्विच नहीं कर पाते हैं। इस लैग के चलते वे ज्यादा बैटरी की खपत करते हैं। वहीं, 5G डिवाइसेस के साथ यह दिक्कत नहीं है। ये आसानी से एक टावर से दूसरे टावर में स्विच कर लेते हैं। अगर 5जी नेटवर्क की डेनसिटी को बेहतर कर दिया जाए तो यूजर्स को फास्ट नेटवर्क के साथ बेहतर बैटरी भी मिलेगी।
कैसे बेहतर होगा नेटवर्क इकोसिस्टम?
इस थ्योरी को समझाने के लिए रिसर्चर्स ने 3D मॉडल भी तैयार किया है। इसमें बताया गया कि कैसे मोबाइल टावर से स्मार्टफोन को सिग्नल मिलता है। अगर मोबाइल टावर की ऊंचाई कम हो और 5 गुना ज्यादा टावर लगा दें तो सिग्नल की क्वालिटी अच्छी हो जाएगी। रिसर्चर्स ने बताया कि इसके लिए सिर्फ 15 मीटर की ऊंचाई वाले टावर की जरूरत होगी। यानी इन्हें स्ट्रीट लाइट या फिर किसी 4-5 मंजिला इमारत की छत पर इंस्टॉल किया जा सकता है।
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