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    IMC 2025: वोडाफोन आइडिया ने लॉन्च किया 'Vi Protect', AI से रोकेगा फ्रॉड कॉल और SMS

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 10:03 PM (IST)

    वोडाफोन आइडिया (Vi) ने Vi Protect नाम से एक नई AI-बेस्ड स्रविस शुरू की है। इसका उद्देश्य स्पैम और साइबर हमलों से ग्राहकों को बचाना है। IMC 2025 में घोषित, इस प्रोग्राम में वॉयस स्पैम डिटेक्शन और साइबर डिफेंस सिस्टम शामिल हैं। ये सिस्टम रियल टाइम में फ्रॉड कॉल्स और मैसेज की पहचान करते हैं, जिससे यूजर्स सुरक्षित रह सकते हैं। कंपनी का दावा है कि इससे साइबर खतरों को कम किया जा सकेगा।

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    Vi ने IMC 2025) में Vi Protect लॉन्च किया। 

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। वोडाफोन आइडिया (Vi) ने बुधवार को Vi Protect नाम की एक AI-पावर्ड इनिशिएटिव लॉन्च की है, जिसका उद्देश्य स्पैम और साइबर खतरों के खिलाफ सुरक्षा को बेहतर बनाना है। ये घोषणा इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 (IMC 2025) में की गई। इस इनिशिएटिव में दो मेजर सिस्टम शामिल हैं- एक AI बेस्ड वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम और एक AI ड्रिवन साइबर डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम। जहां स्पैम डिटेक्शन सिस्टम रियल टाइम में फ्रॉड कॉल्स की पहचान कर उन्हें फ्लैग करता है, वहीं नेटवर्क डिफेंस सिस्टम Vi के नेटवर्क और एंटरप्राइज ऑपरेशन्स को साइबर अटैक्स से बचाने में मदद करता है।

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    Vi Protect प्रोग्राम को कंज्यूमर, नेटवर्क और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि उन्हें स्पैम, स्कैम और साइबर अटैक्स से एक ही प्लेटफॉर्म के तहत सुरक्षा मिल सके। इस इनिशिएटिव के हिस्से के रूप में, Vi ने दो सिस्टम लॉन्च किए हैं- वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम और AI-ड्रिवन नेटवर्क डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम।

    Vi का वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम कैसे काम करता है?

    Vi का Voice Spam Detection System दावा करता है कि ये AI मॉडल्स, वेब क्रॉलर और कस्टमर फीडबैक की मदद से रियल टाइम में स्पैम और फ्रॉड कॉल्स की पहचान करता है। जब कोई संदिग्ध नंबर किसी Vi यूजर को कॉल करता है, तो कॉल स्क्रीन पर ‘Suspected Spam’ अलर्ट दिखता है, जिससे यूजर तय कर सकते हैं कि कॉल उठानी है या नहीं। थर्ड पार्टी कॉलर आईडी ऐप्स के विपरीत, ये फीचर सीधे Vi के नेटवर्क में इंटीग्रेटेड है।

    Vi Protect प्रोग्राम में एक वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम शामिल है जो धोखाधड़ी वाले टेक्स्ट मैसेज की पहचान करता है और उन्हें फ्लैग करता है। इसमें एक इंटरनेशनल कॉलिंग डिस्प्ले फीचर भी है, जो यूजर्स को असली इंटरनेशनल कॉल्स को आसानी से पहचानने में मदद करता है। इसके अलावा, AI-पावर्ड थ्रेट एनालिसिस सिस्टम Vi के DNS, SMS और Voice Gateways के साथ इंटीग्रेटेड है, जो थ्रेट पैटर्न्स को एनालाइज करता है।

    Vi साइबर डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम

    Vi प्रोटेक्ट इनिशिएटिव के तहत, Vi ने एक AI-पावर्ड साइबर डिफेंस और इंसिडेट रिस्पॉन्स सिस्टम पेश किया है ताकि अपने कोर नेटवर्क और एंटरप्राइज ऑपरेशन्स को सुरक्षित रखा जा सके। ये सिस्टम Agentic और Generative AI मॉडल्स का उपयोग करता है, जिनके बारे में दावा किया गया है कि वे एक घंटे के अंदर साइबर खतरों का पता लगाकर, उनका विश्लेषण कर, उन्हें निष्क्रिय कर सकते हैं। Vi का कहना है कि ये सिस्टम फॉल्स पॉजिटिव्स को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है।

    ये मल्टी-लेयर्ड डिफेंस मेकैनिज्म पांच-स्टेप प्रोसेस पर काम करता है, जिसमें शामिल हैं- एनोमली डिटेक्शन, कंटेक्स्चुलाइजेशन एंड कैटेगरीजेशन, इंटरफेस इंजन एजेंट, सजेस्टिव इंटेलिजेंस और ह्यूमन वैलिडेशन। Vi ने ये भी पुष्टि की है कि जल्द ही यह एडवांस्ड प्रोटेक्शन अपने एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक भी पहुंचाया जाएगा।

    Vi का दावा है कि उसके सिक्योरिटी सिस्टम्स ने अब तक 600 मिलियन से ज्यादा स्पैम और स्कैम कॉल्स और मैसेजेस को फ्लैग किया है। कंपनी जल्द ही एक रियल-टाइम URL प्रोटेक्शन फीचर भी पेश करेगी, जो संदिग्ध लिंक को स्कैन और ब्लॉक कर फिशिंग अटैक्स और मैलवेयर इंफेक्शन से बचाव करेगा।

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