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    Satya Nadella Birthday: टेक ही नहीं क्रिकेट के भी शौकीन है Microsoft के CEO, जानें कैसा रहा अब तक का सफर

    By Ankita PandeyEdited By: Ankita Pandey
    Updated: Sat, 19 Aug 2023 01:47 PM (IST)

    माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला को लगभग हम सब जानते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उनके टॉप टेक कंपनी का सीईओ बनने का सफर कैसा था। आज नडेला के जन्मदिन पर हम उनसे जुड़ी खास बाते जानेंगे। बता दें कि नडेला 1992 में माइक्रोसॉफ्ट में शामिल हुए और 2014 में सीईओ बनने से पहले उन्होंने कंपनी में अलग- अलग भूमिकाएं निभाईं।

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    56 साल के हुए माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके नेतृत्व में कंपनी ने न केवल अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाया है, बल्कि डिजिटल भविष्य को आकार देने में अपनी भूमिका की भी नए सिरे से कल्पना की है।

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    सत्य नारायण नडेला का जन्म 19 अगस्त, 1967 को हैदराबाद, भारत में हुआ था, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ की भूमिका संभालने के बाद से सत्य नडेला एक वैश्विक आइकन बन गए हैं, वह 2014 से इस पद पर नियुक्त किए गए हैं।

    कैसे शुरू हुआ समय

    नडेला ने अपने शुरुआती समय दक्षिण भारतीय शहर हैदराबाद में बिताया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा मैंगलोर विश्वविद्यालय में पूरी हुई, जहां उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.एससी. की उपाधि प्राप्त की।

    1988 में डिग्री के बाद वह संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए। अमेरिका में, उन्होंने मिल्वौकी में विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की, जिसे उन्होंने 1990 में पूरा किया।

    टेक टाइटन्स में हुए शामिल

    ब्रिटानिका की रिपोर्ट के अनुसार उनका करियर तब आगे बढ़ा जब वे सन माइक्रोसिस्टम्स, इंक. में टेक्नोलॉजी स्टाफ के सदस्य के रूप में शामिल हुए।

    हालांकि, 1992 में नडेला माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ गए। माइक्रोसॉफ्ट में नडेला ने शुरुआत में विंडोज एनटी के विकास में योगदान दिया, जो कमर्शियल यूजर्स के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम था।

    माइक्रोसॉफ्ट में अपना काम जारी रखते हुए, नडेला ने आगे की शिक्षा हासिल की और 1997 में शिकागो विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की।

    सत्या नडेला की उपलब्धियां

    माइक्रोसॉफ्ट में नडेला की प्रगति स्थिर और प्रभावशाली थी। 1999 तक उन्हें पहले ही Microsoft bCentral लघु-व्यवसाय सेवा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया जा चुका था।

    दो साल बाद उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट बिजनेस सॉल्यूशंस के कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष की भूमिका निभाई।

    2007 में जब वे कंपनी के ऑनलाइन सेवा प्रभाग के अनुसंधान और विकास के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने तो उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गईं।

    इसके बाद 2011 से 2013 तक माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर और टूल्स व्यवसाय के अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल रहा। यह एक ऐसा प्रभाग है जिसने सालाना लगभग 19 बिलियन डॉलर का राजस्व अर्जित किया।

    नडेला का प्रभाव क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र तक भी बढ़ा। उन्होंने कंपनी के क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म की देखरेख करने वाले कार्यकारी उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इसने बिंग सर्च इंजन, Xbox Live गेमिंग नेटवर्क और Office 365 सदस्यता-आधारित सेवाओं सहित विभिन्न Microsoft सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचा दिया।

    माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बनना

    4 फरवरी 2014 को सत्य नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ का पद संभाला। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और स्टीव बाल्मर के नक्शेकदम पर चलते हुए, वह कंपनी के 40 साल के इतिहास में इस प्रतिष्ठित पद को पाने वाले तीसरे व्यक्ति बन गए।

    उनकी शुरुआती चुनौतियों में से एक नोकिया कॉर्प के मोबाइल-डिवाइस व्यवसाय के माइक्रोसॉफ्ट के अधिग्रहण को पूरा करने की देखरेख करना था। बता दें कि यह सौदा 7.2 बिलियन डॉलर का था।

    2016 में, माइक्रोसॉफ्ट ने नडेला के नेतृत्व में प्रसिद्ध व्यवसाय-उन्मुख सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट लिंक्डइन का अधिग्रहण किया।

    लेखक है नडेला

    माइक्रोसॉफ्ट में अपनी भूमिका के अलावा, नडेला एक लेखक भी हैं। उन्होंने 2017 में एक पुस्तक का सह-लेखन किया। यह पुस्तक उनकी व्यक्तिगत यात्रा पर प्रकाश डालती है और प्रौद्योगिकी और नेतृत्व पर उनके विचारों की अंतर्दृष्टि देती है।

    सत्या नडेला से जुड़े खास बातें

    1. क्लाउड कंप्यूटिंग से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने उन अग्रणी तकनीकी का समर्थन किया है, जिन्होंने इंडस्ट्री को नया आकार दिया है और लोगों को सशक्त बनाया है।
    2. तकनीक की दुनिया में अपनी पहचान बनाने से पहले सत्या नडेला को क्रिकेट का शौक था। उन्होंने अपने कॉलेज के सालो में इस खेल को खेला और अब भी इस खेल में प्रति उनकी रुचि है।
    3. नडेला ने कंपनी में एक टेक्नोलॉजी आर्किटेक्ट के रूप में शुरुआत की और धीरे-धीरे अपने समर्पण और नवाचार के माध्यम से आगे बढ़े।
    4. नडेला के पिता एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे और उनकी पत्नी अनुपमा नडेला भी एक इंजीनियर हैं, जिनके पास कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री है।
    5. वह एक बहुभाषी परिवार से आते हैं। हालांकि वह हैदराबाद से हैं, लेकिन वह अपनी मूल भाषा तेलुगु सहित कई भाषाओं में पारंगत हैं।
    6. उनके पास विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में मास्टर डिग्री और शिकागो विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री ली है।
    7. एक लीडर के रूप में अपनी चुनौतीपूर्ण भूमिका के बावजूद नडेला अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ समय बिताने के मूल्यों पर जोर देते हैं।
    8. 2017 में, नडेला ने हिट रिफ्रेश: द क्वेस्ट टू रिडिस्कवर माइक्रोसॉफ्ट सोल एंड इमेजिन ए बेटर फ्यूचर फॉर एवरीवन नाम से अपनी पुस्तक प्रकाशित की।