Google ने भारत में एक्सीलेरेटर प्रोग्राम के लिए 20 AI स्टार्टअप्स को किया सेलेक्ट
Google ने भारत में अपने ‘Google for Startups Accelerator AI First’ प्रोग्राम के लिए 20 AI स्टार्टअप्स का चुनाव किया है। ये स्टार्टअप्स हेल्थकेयर फाइनेंस एजुकेशन क्लाइमेट और अन्य सेक्टर्स में काम कर रहे हैं। इनकी फोकस एरिया एजेंटिक AI मल्टीमॉडल AI और फाउंडेशनल AI मॉडल हैं। आइए जानते हैं डिटेल।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Google ने शुक्रवार को एक स्टेटमेंट में कहा कि उसने भारत में अपने एक्सेलेरेटर प्रोग्राम के लिए 20 AI स्टार्टअप्स को चुना है। ‘Google for Startups Accelerator: AI First’ इनिशिएटिव के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए नाम 1,600 एप्लिकेंट्स में से चुने गए, जो हेल्थकेयर, फाइनेंस, क्लाइमेट, एजुकेशन और अन्य सेक्टर्स से थे। Google के मुताबिक ये कंपनियां एजेंटिक, मल्टीमॉडल और फाउंडेशनल AI मॉडल्स पर काम कर रही हैं।
Adya AI: एंटरप्राइजेज के लिए एक फुल-स्टैक एजेंटिक AI प्लेटफॉर्म।
Aignosis: एक AI-ड्रिवन हेल्थटेक स्टार्टअप जो वेबकैम बेस्ड ऑटिज्म स्क्रीनिंग टूल ऑफर करता है, ताकि न्यूरोडेवेलपमेंटल डिसऑर्डर्स का जल्दी, किफायती और बड़े पैमाने पर डिटेक्शन हो सके।
AiSteth: एआई-पावर्ड स्मार्ट स्टेथोस्कोप जो कार्डियो-रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर्स का जल्दी पता लगाता है और नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज से होने वाली समयपूर्व मौतों को 30% तक कम करने का लक्ष्य रखता है। कंपनी एक बायोटेक फाउंडेशनल मॉडल भी डेवलप कर रही है।
Apptile: एक एजेंटिक डेवलपर प्लेटफॉर्म जो AI का इस्तेमाल करके तेजी से नेटिव मोबाइल एप्लिकेशन्स डिजाइन, बिल्ड और डिप्लॉय करता है।
Dview: एक AI-नेटिव डेटा प्लेटफॉर्म, जो हॉरिजॉन्टल और वर्टिकल स्केलिंग के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि ऑर्गनाइजेशन डाइवर्स डेटा को यूनिफाई करके एक साथ इनसाइट्स जेनरेट कर सकें और प्रोएक्टिव बिजनेस डिसिशन्स ले सकें।
Knit: एक इंटीग्रेशन लेयर जो AI एजेंट्स को मॉडल कॉन्टेक्स्ट प्रोटोकॉल्स (MCPs), APIs और एंटरप्राइज डेटा से कनेक्ट करके RAG पाइपलाइंस को पावर करता है और बिजनेस टूल्स में वर्कफ्लोज को ऑटोमेट करता है।
Mili AI: आधुनिक वेल्थ फर्म्स को बैक-ऑफिस वर्क खत्म करके सपोर्ट करता है।
Mysa: बिजनेस पेमेंट्स के लिए AI-पावर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम बनाता है, जो बिल्स, अप्रूवल्स, रिइम्बर्समेंट्स, बैंक पेमेंट्स और अकाउंटिंग को एक प्लेटफॉर्म में यूनाइट करता है।
MyWonder: उम्र के हिसाब से सही कंटेंट के साथ, सीखने और खेलने के लिए एक एआई-पावर्ड कन्वर्सेशनल, फिजिकल कंपैनियन।
ORBO AI: ब्यूटी प्रोडक्ट्स के लिए वर्टिकल AI ऑपरेटिंग सिस्टम बनाता है, जिसमें वर्चुअल ट्राय-ऑन्स, स्किन एनालिसिस और पर्सनलाइज्ड प्रोडक्ट रिकमेंडेशन्स जैसे फीचर्स हैं।
Phot.AI: एक क्रिएटिव ऑटोमेशन प्लेटफॉर्म जो ई-कॉमर्स और D2C ब्रांड्स के लिए क्रिएटिव्स को ऑटोमेट और पर्सनलाइज करता है।
Protecto: एक AI सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म जो एंटरप्राइज डेटा को GenAI में सुरक्षित करता है और DLPs, प्रॉम्प्ट फिल्टर्स और कंप्लायंस टूल्स का पैचवर्क खत्म करता है।
Pulse: एक AI-नेटिव फीडबैक इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म जो डिजिटल-नेटिव कंपनियों को फ्रैगमेंटेड कस्टमर फीडबैक से रेवेन्यू-ड्राइविंग प्रोडक्ट, कस्टमर एक्सपीरियंस और बिजनेस डिसिशन्स बनाने में मदद करता है।
Resilience AI: एंटरप्राइजेज और सरकारों को AI-ड्रिवन रिस्क इंटेलिजेंस देती है, जिससे फास्ट और सही इनसाइट्स मिलती हैं और आपदा की तैयारियों में मदद मिलती है।
Segmind: क्रिएटिव एजेंसियों और स्टूडियोज के लिए लेटेस्ट AI मॉडल्स से मीडिया जेनरेशन ऑटोमेट करता है।
Sortment: मार्केटिंग के लिए AI एजेंट्स बनाता है, जो AI-नेटिव प्लेटफॉर्म पर स्मार्ट, ऑटोमेटेड और पर्सनलाइज्ड मार्केटिंग रन करने में बिजनेस की मदद करता है।
Sparky AI: वॉयस-फर्स्ट AI फ्रेंड जो इंटरएक्टिव और जजमेंट-फ्री कॉन्वर्सेशन प्रैक्टिस के जरिए यूजर्स की स्पोकन इंग्लिश फ्लुएंसी और कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद करता है।
Superjoin: प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए स्प्रेडशीट्स के लिए AI असिस्टेंट।
Vaani AI: ये कंप्लीट वॉयस AI इंफ्रास्ट्रक्चर देता है़। ये अपना फाउंडेशनल मॉडल बना रहा है, जिससे बिजनेस नेचुरल और ह्यूमन-लाइक वॉयस कन्वर्सेशन अपने प्रोडक्ट्स में इंटीग्रेट कर सकते हैं।
VideoSDK: रियल-टाइम AI एजेंट्स बनाता है जो सुन सकते हैं, बोल सकते हैं, देख सकते हैं और एक्शन भी ले सकते हैं।
एक्सेलेरेटर प्रोग्राम के तहत, Google फाउंडर्स को फाउंडेशनल रिक्वायरमेंट्स को पूरा करने और स्केल पर डिप्लॉय करने में मदद करेगा। इस सपोर्ट में Google Cloud इंफ्रास्ट्रक्चर और Gemini मॉडल्स का एक्सेस, टेक्निकल मेंटरशिप और गो-टू-मार्केट स्ट्रेटेजीज शामिल हैं।
नए कोहॉर्ट का स्ट्रैटेजिक फोकस सीधे IndiaAI Mission के स्टार्टअप पिलर से मेल खाता है, जिसमें 45% एजेंटिक AI, 30% मल्टीमोडल AI, और बाकी 25% फाउंडेशनल मॉडल्स और रिस्पॉन्सिबल AI को डेडिकेट किया गया है।
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