स्पीडोमीटर टेस्ट में गूगल Chrome को मिला अब तक सबसे ज्यादा स्कोर, ऑप्टिमाइजेशन से बेहतर हुई परफॉर्मेंस
गूगल क्रोम ने स्पीडोमीटर 3 टेस्ट में अब तक का सर्वोच्च स्कोर हासिल किया है जो ब्राउजर की परफॉर्मेंस को मेजर करता है। कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि अगस्त 2024 से क्रोम की परफॉर्मेंस 10% बेहतर हुई है। ब्लॉग पोस्ट में कहा कि कंपनी ने पूरे स्टैक में फंडामेंटल रेंडरिंग पाथ्स को रिफाइन करने पर ध्यान दिया जिसकी वजह से टेस्ट में ब्राउजर की परफॉर्मेंस 10% बेहतर हुई।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। गूगल क्रोम ने स्पीडोमीटर 3 टेस्ट में 'अब तक का हायेस्ट स्कोर' हासिल किया है, कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में इसकी घोषणा की। ये बेंचमार्क ब्राउजर परफॉर्मेंस को टेस्ट करता है और सबसे मजबूत परफॉर्मर आमतौर पर गूगल के ओपन सोर्स ब्राउजर इंजन पर बेस्ड ब्राउजर होते हैं। गूगल का कहना है कि अगस्त 2024 से क्रोम की परफॉर्मेंस 10% बेहतर हुई है। ध्यान देने वाली बात ये है कि स्पीडोमीटर 3.1 ने अब गूगल द्वारा इस्तेमाल किए गए वर्जन को बदल दिया है, जो बेंचमार्किंग टूल का लेटेस्ट वर्जन है।
गूगल क्रोम की परफॉर्मेंस अगस्त 2024 से 10% बेहतर हुई
क्रोम प्रोडक्ट मैनेजर थॉमस नटेस्टैड ने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि कंपनी ने 'पूरे स्टैक में फंडामेंटल रेंडरिंग पाथ्स को रिफाइन करने' पर ध्यान दिया, जिसकी वजह से अगस्त 2024 से स्पीडोमीटर 3 टेस्ट में ब्राउजर की परफॉर्मेंस 10% बेहतर हुई। गूगल का ओपन सोर्स ब्लिंक रेंडरिंग इंजन दूसरे ब्राउजर्स जैसे Microsoft Edge, Opera और Vivaldi में भी इस्तेमाल होता है।
लेटेस्ट Chrome 137 (स्टेबल) वर्जन ने स्पीडोमीटर 3 बेंचमार्क टेस्ट में 51.43 पॉइंट्स स्कोर किए, जबकि Chrome 138 (बीटा) और Chrome 139 (डेव) वर्जनों ने क्रमशः 51.83 और 52.35 पॉइंट्स स्कोर किए। कंपनी द्वारा शेयर किया गया ग्राफ हाल के वर्जनों की परफॉर्मेंस में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दिखाता है।
कंपनी के मुताबिक, स्पीडोमीटर 3 बेंचमार्क M4 चिप वाले MacBook Pro पर macOS 15 पर चलाया गया। ये बेंचमार्क टेस्ट, जो ब्राउजर परफॉर्मेंस को मेजर करता है, Apple, Google, Intel, Microsoft और Mozilla जैसी कंपनियों के ग्रुप द्वारा डेवलप किया गया है। हालांकि, सभी ब्राउजर मेकर अपने स्पीडोमीटर स्कोर रेगुलरली पब्लिश नहीं करते।
क्रोम की परफॉर्मेंस को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए, कंपनी ने स्पीडोमीटर 3 टेस्ट के वर्कलोड्स पर ध्यान दिया, जो ब्राउज़र के रेंडरिंग इंजन की रिस्पॉन्सिवनेस को मेजर करता है। गूगल ने उन फंक्शन्स को भी स्टडी किया, जिनमें क्रोम सबसे ज्यादा समय लेता था।
इससे कंपनी को क्रोम के ब्राउज़र इंजन में 'टारगेटेड ऑप्टिमाइज़ेशन्स' करने में मदद मिली, जिसमें गार्बेज कलेक्शन में इंप्रूवमेंट, सही कोड पर फोकस और वर्कलोड्स को ऑप्टिमाइज करना शामिल था। टेक्निकल यूजर्स कंपनी के इंप्रूवमेंट के बारे में ब्लॉग पोस्ट में जाकर ज्यादा डिटेल में पढ़ सकते हैं।
इन एन्हांसमेंट्स की वजह से, ब्राउज़र का स्कोर अगस्त 2024 से 10% बढ़ा। कंपनी ने ये भी खुलासा किया कि मई 2022 से क्रोम का स्पीडोमीटर 3 स्कोर 72% बढ़ा है। ये ध्यान देने योग्य है कि गूगल ने अभी तक स्पीडोमीटर 3.1 पर क्रोम की परफॉर्मेंस की डिटेल पब्लिश नहीं की है, जो स्पीडोमीटर 3 टेस्ट को सुपरसीड करता है।
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