Explained: क्या है चीनी ऐप DeepSeek, अमेरिकी टेक दिग्गज भी हो रहे परेशान; क्या बनाता है इसे खास?
नए AI मॉडल DeepSeek की लोकप्रियता ने टेक दिग्गजों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। ये ऐप OpenAI के ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए एपल के ऐप स्टोर पर टॉप-रेटेड फ्री ऐप भी बन गया है। ये ऐप यूएस यूके और चीन जैसे देशों में काफी पॉपुलर हो गया है। ऐसे में हम यहां आपको डीपसीक के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का लगातार विकास हो रहा है और इस बीच मार्केट में एक नए प्लेयर ने दस्तर दे दी है। DeepSeek चीन का एक नया AI मॉडल है। इसने टेक वर्ल्ड का ध्यान अपनी ओर खींचा है। परफॉर्मेंस में इसने ChatGPT, Gemini और Claude AI को भी पीछे छोड़ दिया है। ऐसे में आइए जानते हैं DeepSeek के बारे में विस्तार से।
क्या है DeepSeek ? (What is DeepSeek?)
DeepSeek एक एडवांस्ड AI मॉडल है जिसे हांग्जो स्थित इसी नाम की एक रिसर्च लैब ने डेवलप किया है। इसकी स्थापना 2023 में लियांग वेनफेंग ने की थी, जो AI और क्वांटिटेटिव फाइनेंस में बैकग्राउंड वाले एक इंजीनियर हैं।
DeepSeek-V3 मॉडल एक एडवांस्ड ओपन-सोर्स AI सिस्टम है। ये OpenAI के ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए एपल के ऐप स्टोर पर टॉप-रेटेड फ्री ऐप बन गया है। इस ऐप की सफलता कई देशों में देखी गई, जिसमें यूएस, यूके और चीन शामिल हैं। DeepSeek की अचानक हुई इस ग्रोथ ने सिलिकॉन वैली का ध्यान अपनी ओर खींचा है और इसने इस धारणा को चुनौती दी कि AI स्पेस में यूएस का दबदबा है।
DeepSeek का लेटेस्ट रिलीज R1 है। ये इंडस्ट्री लीडर्स जैसे OpenAI और Anthropic को टक्कर दे रहा है। R1 इसलिए अलग दिखता है क्योंकि ये कॉस्ट-एफिशिएंट और ओपन-सोर्स है। ये अनलिमिटेड फ्री यूसेज भी ऑफर करता है। साथ ही ये हाई-परफॉर्मेंस AI को हाई कॉस्ट के बिना एक्सेसिबल भी बनाता है।
DeepSeek OpenAI और मेटा से कैसे अलग है?
डीपसीक अफोर्डेबिलिटी और एफिशिएंसी पर ध्यान केंद्रित करके खुद को OpenAI और मेटा जैसे कंपीटीटर्स से अलग बनाता है। जहां OpenAI और मेटा जैसी कंपनियां ज्यादा एडवांस्ड मॉडल डेवलप करती हैं, जिनके लिए महत्वपूर्ण संसाधनों और महंगे AI चिप्स (जैसे Nvidia के H100 GPU) की जरूरत होती है। वहीं, डीपसीक ने ऐसे मॉडल बनाए हैं जो समान रूप से परफॉर्म करते हैं लेकिन इनकी कॉस्ट काफी कम है। डीपसीक का ज्यादा किफायती AI हार्डवेयर का यूज और मॉडल ट्रेनिंग के लिए इनोवेटिव अप्रोच, इसे बड़े प्लेयर्स के साथ कंपीट करने के लिए लायक बनाता है और इसकी लागत भी कम बनी रहती है।
ये चैटबॉट ऐप रिस्पॉन्स देने से पहले अपने तर्क को स्पष्ट करने जैसे यूनिक फीचर्स भी ऑफर करता है। ये यूनिक फीचर इसे ChatGPT जैसे OpenAI के मॉडल से अलग करता है। इसका ओपन-सोर्स अप्रोच डेवलपर्स को डीपसीक की टेक्नोलॉजी पर नए बिल्ड की भी इजाजत देता है।
DeepSeek को क्यों मिल रही है इतनी अटेंशन?
DeepSeek को लेकर इनती चर्चा इसलिए है क्योंकि ये चीनी AI असिस्टेंट फ्री, अनलिमिटेड और ओपन सोर्स है। इसे लोग इसकी ट्रांसपेरेंसी, एफिशिएंसी और AI को सभी के लिए एक्सेसिबल बनाने के लिए पसंद कर रहे हैं।
DeepSeek की सफलता ऐसे समय में आई है जब US ने चीन को एडवांस्ड सेमीकंडक्टर एक्सपोर्ट पर बैन लगाया है। इसका उद्देश्य AI में चीन की आगे बढ़ने की क्षमता को सीमित करना है। लेकिन, डीपसीक ने ऐसे मॉडल डेवलप किए हैं, जिन्हें कम रिसोर्सेज की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी इन रेसट्रिक्शन के साथ काम करने में कामयाब रही है।
लेकिन, इसने US में चिंता पैदा कर दी है, जहां टेक दिग्गज Nvidia, Metaऔर Microsoft ने AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश किया है। इन्हें जल्द ही DeepSeek जैसे कम लागत वाले ऑप्शन्स से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।
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US स्टॉक्स पर प्रभाव
डीपसीक के उदय का असर शेयर बाजारों पर तत्काल तौर पर हुआ है। Nvidia, Meta और Microsoft समेत मेजर यूएस AI-रिलेटेड कंपनियों के शेयर डीपसीक की सफलता के बाद गिर गए। एनालिस्ट ने चेतावनी दी है कि लो-कॉस्ट चीनी अल्टरनेटिव्स के उदय का असर इस्टैबलिश्ड US AI मॉडल्स पर होगा। इन्वेस्टमेंट लैंडस्केप बिगड़ सकता है और कंपनियों को अपनी AI स्ट्रैटेजी पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है।
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