एलन मस्क का स्टारलिंक सैटेलाइट अचानक हुआ फेल, कक्षा से नीचे गिरा; अंतरिक्ष में क्या हुई थी गड़बड़?
एलन मस्क की स्टारलिंक की एक सैटेलाइट में अचानक खराबी आ गई और वह अपनी कक्षा से नीचे गिर गया। कंपनी ने बताया कि वह इस घटना के कारणों की जांच कर रही है त ...और पढ़ें

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। एलन मस्क की इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक का एक सैटेलाइट 17 दिसंबर को अचानक गिर गया। यह अपनी कक्षा से करीब 4 किलोमीटर तक नीचे आ गया और इसके छोटे-छोटे टुकड़े आसपास फैल गए। स्टारलिंक के इस सैटेलाइट का नंबर 35956 है, जो पृथ्वी से करीब 418 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित था। अचानक इसका संपर्क स्टारलिंक के ग्राउंड स्टेशन से संपर्क टूट गया। स्पेसएक्स ने बताया कि सैटेलाइट के प्रोपल्शन टैंक से गैस तेजी से बाहर निकल गई, जिससे यह अपनी कक्षा से नीचे आ गया।
तस्वीरों में दिखा गिरता हुआ सैटेलाइट
इस घटना के ठीक अगले दिन ब्रिटेन की कंपनी वैनटोर के एक सैटेलाइट ने इसकी तस्वीर अलास्का के ऊपर से ली है। इस तस्वीर को करीब 241 किलोमीटर की दूरी से क्लिक किया गया, जिसमें सैटेलाइट सुरक्षित दिखाई दे रहा है और इसके आसपास कुछ छोटे-छोटे ऑब्जेक्ट देखने को मिल रहे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो विशेषज्ञों का कहना है कि यह सैटेलाइट किसी टक्कर की वजह से नहीं, बल्कि किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण अपनी कक्षा से नीचे गिरा है।
Imagery collected by Vantor’s WorldView-3 satellite about 1 day after the anomaly shows that @starlink Satellite 35956 is largely intact. The 12-cm resolution image was collected over Alaska from 241 km away. We appreciate the rapid response by @vantortech to provide this… https://t.co/8OcTZsk5Gx pic.twitter.com/1PafjFwuRP
— Michael Nicolls (@michaelnicollsx) December 20, 2025
स्पेस स्टेशन और पृथ्वी को खतरा नहीं
स्पेसएक्स ने साफ किया कि यह सैटेलाइट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की कक्षा से काफी नीचे है। ऐसे में इससे उसे कोई खतरा नहीं है। इसके साथ ही इससे पृथ्वी को भी कोई खतरा नहीं है। यह सैटेलाइट बहुत नीचे कक्षा में है और हवा उसे धीरे-धीरे नीचे खींच रही है। आने वाले दिनों में यह सैटेलाइट वायुमंडल में पहुंचकर खुद ही जलकर खत्म हो जाएगा।
स्टारलिंक कहना है कि वह जानबूझकर अपने सैटेलाइट को लो-अर्थ ऑर्बिट में स्थापित करती है। इससे जब कभी यह खराब होता है तो वह लंबे समय तक अंतरिक्ष में कचरा बन कर नहीं रहता। बल्कि यह नीचे गिरकर स्वयं नष्ट हो जाते हैं।
स्टारलिंक पर नहीं पड़ेगा असर
स्टारलिंक के पास दुनियाभर में इंटरनेट सर्विस देने के लिए 9000 से ज्यादा सैटेलाइट उपलब्ध हैं। इस एक सैटेलाइट के नीचे गिरने से उसके नेटवर्क पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने बताया कि वह कारणों की जांच कर रही है, ताकि भविष्य में इससे बचा जा सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।