Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ChatGPT, Copilot, Gemini या Grok: कौन-सा एआई मॉडल किस काम में बेस्ट?

    Updated: Fri, 25 Apr 2025 10:00 AM (IST)

    अधिक समय नहीं हुआ है जब किसी भी जानकारी या सवाल के लिए हम सर्च इंजन गूगल और विकीपीडिया का ही रुख करते थे लेकिन एआई ने हमारे इस तरीके को बदल दिया है। चैटजीपीटी समेत अनेक एआई मॉडल्स हैजिनसे हम सवाल पूछने शोध या अनुवाद करने नया कंटेट लिखने से लेकर डिजाइन और तस्वीरें बनाने जैसे काम कर रहा है।

    Hero Image
    चैटजीपीटी, कोपायलट, जेमिनी, ग्रोक सबसे ज्यादा होते हैं यूज

    शंभु सुमन, नई दिल्ली। एआई अब भविष्य की नहीं, बल्कि वर्तमान की जरूरतों में शामिल हो चुका है। यह सामान्य जीवन में काम करने के तरीकों को तेजी से बदल रहा है यानी इंसानी कामकाज के हर कोने में एआई की दखलअंदाजी बढ़ी है। व्यावसायिक कार्यों में ऑटोमेशन की ताकत को जोड़ने में यह महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। मशीनें आज अधिक सक्षम और सटीक बन रही हैं। इससे आंकड़ों का तुरंत विश्लेषण करना संभव हो रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भाषा के अंतराल को मिटाते हुए रचनात्मकता को एक नई दिशा मिल रही है। एआई मॉडल्स में चैटजीपीटी, जेमिनी, डीपसीक, मेटा, ग्रोक आदि की वेबसाइट और एप्लीकेशन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनकर उद्योगों को बदलने, उत्पादकता बढ़ाने के साथ रचनात्मकता को बढ़ावा दे रहे हैं।

    मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और कंप्यूटिंग के बदलते स्वरूप से अलग-अलग कार्यों में सहजता व सटीकता बढ़ रही है। आइए जानते हैं अलग-अलग एआई मॉडल्स की खूबियों और उपयोगिता के बारे में।

    विविधता से भरे हैं एआई मॉडल्स

    वैसे तो चैटजीपीटी, कोपायलट, जेमिनी, ग्रोक का सर्वाधिक प्रयोग होता है। अब सिंथसिया, ग्रामरली, मिडजर्नी, रनवे जैसे एआई टूल का भी इस्तेमाल होने लगा है, जिनकी संख्या दर्जनों में है। हालांकि, जेमिनी, डीपसीक और ग्रोक की दक्षता में विविधता है। डीपसीक बहुभाषी और लागत अनुकूल होने के कारण इस्तेमाल में आ चुका है। फिलहाल, एआई का उपयोग कई क्षेत्रों में अपार संभावनाओं को समेटे हुए है, जिसमें डिजिटल रचनात्मकता और नेविगेशन तक शामिल हैं।

    विभिन्न तरह के कंटेंट तैयार करने के साथ-साथ यह शोधकार्य के लिए भी अहम है। चैटजीपीटी एक सतर्क, व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाता है। इससे भ्रम की स्थिति नहीं बनती है और सटीक मापदंडों का पता चलता है, जबकि इसकी तुलना में जेमिनी कम स्पष्ट है। यह एक सहयोगी शोध भागीदार की तरह काम करता है।

    इन कार्यों में लें एआई की सहायता

    ग्रोक : अलग-अलग तरह के प्रश्नों का तुरंत जवाब पाने के लिए

    चैटजीपीटी4 टर्बो वर्जन : किसी भाषा को समझने और तकनीकी प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए

    जेमिनी 1.5अल्ट्रा : मल्टीमॉडल यानी टेक्स्ट, इमेज और आडियो की प्रोसेसिंग के लिए

    डीपसीक : कोडिंग और एशियाई भाषाओं की जानकारी के लिए

    ग्रोक और जेमिनी : शोध आदि की निशुल्क सुविधाएं लेने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

    चैटजीपीटी : बहुपयोगी मॉडल

    ओपन एआई का चैटजीपीटी एक अद्भुत एप्लीकेशन है। इसके अनेक संस्करण आ चुके हैं, जिन्हें चार भागों, जिन्हें आधिकारिक, विशेष उपयोग वाले, इंटीग्रेटेड और अन्य भाषा मॉडल्स में बांटा जा सकता है। इसके शुरुआती वर्जन के भी चार संस्करण, चैटजीपीटी 3, चैटजीपीटी 3.5, चैटजीपीटी 4 और चैटजीपीटी टरबो आ चुके हैं। पहला बड़ा वर्जन ही तेज और सटीकता से जवाब देने वाला था, जबकि इसके बाद के वर्जन तर्क और भाषा को बेहतर ढंग से समझते हुए और भी अच्छा काम करते हैं। ऐसे ही विशेष उपयोग का वर्जन मॉडल डेटा विश्लेषण, गणना और कोडिंग में मदद करता है।

    इनके DALLE तस्वीरें बनाने के लिए उपयोगी है, जबकि व्हिस्पर से आडियो को टेक्स्ट में बदला जा सकता है। चैटजीपीटी इंटीग्रेटेड वर्जन माइक्रोसाफ्ट के वर्ड और एक्सेल में काम आता है। इनके एपीआइ आधारित मॉडल साफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए उपायोगी हैं, जिनकी मदद से एप्स और वेबसाइटों को बनाने में सुविधा मिल जाती है। ओपन एआई के अतिरिक्त दूसरी कंपनियां जैसे गूगल का जेमिनी (बार्ड), एंथ्रोपिक का क्लाउड (Claude) और मेटा का लामा1 है।

    चैटजीपीटी मॉडल लाखों वेबसाइटों से कंटेंट पढ़ता है, प्रश्नों का उत्तर देता है और कुछ कोडिंग कार्यों में भी सहायता करता है। इसमें इंसानी आवाज के जरिए उत्तर देने की क्षमता है। कंपनियां चैटजीपीटी का उपयोग ग्राहक सहायता प्रणाली के रूप में भी करती हैं, जो बेहतरीन बातचीत सुनिश्चित करने में मदद करता है।

    माइक्रोसाफ्ट कोपायलट

    बिंग चैट के नाम का यह मॉडलई-मेल लिखने और दस्तावेज का सारांश बनाने में मदद करता है, जो कई अलग-अलग माइक्रोसाफ्ट 365 के प्लेटफार्म (वर्ड, एक्सेल, पावरप्वाइंट, आउटलुक, टीम्स) पर उपलब्ध है। इसकी मदद से डाटा एनालिसिस और ग्राफ जेनरेट किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल प्रोफेशनल्स वर्ड, एक्सेल और ई-मेल ऑटोमेशन के अलावा डिजिटल मार्केटर्स रिपोर्टिंग और स्लाइड प्रजेंटेशन बनाने में भी किया जा सकता है।

    इससे डेवलपर्स को कोड लिखने और डिबग करने में मदद मिलती है, जबकि स्टूडेंट्स और रिसर्चर्स इसकी मदद से रिपोट्र्स, सारांश टेक्स्ट का विश्लेषण कर सकते हैं। कोपायलट के वर्जन में ही विंडो के अलावा गिटहब हैं। कोडिंग के लिए गिटहब विशेष रूप से डेवलप किया गया एआई टूल है।

    यह पायथन, जावास्क्रिप्ट, सी++और अन्य भाषाओं के लिए सपोर्ट करता है। एआई के निरंतर विकास के साथ माइक्रोसाफ्ट कोपायलट में और अधिक सुविधाएं जुड़ती जा रही हैं, जिससे यह प्रोफेशनल और सामान्य लोगों के लिए एक विश्वसनीय डिजिटल सहायक बन गया है।

    क्लाउड : कन्वर्सेशनल मॉडल

    एंथ्रोपिक कंपनी द्वारा विकसित किया गया क्लाउड एक एडवांस एआई मॉडल है, जिसके बीते दो सालों में तीन वर्जन आ चुके हैं। यह चैटजीपीटी की तरह ही एक कन्वर्सेंशनल एआई है, लेकिन इसे अधिक सुरक्षित और परस्पर प्रभाव वाला एक एआई मॉडल माना जाता है। इसका इस्तेमाल बड़े दस्तावेजों के विश्लेषण के तहत 1,00,000 टोकन तक के बड़े टेक्स्ट प्रोसेस करने के लिए किया जा सकता है।

    इस कारण यह रिसर्च पेपर्स की डाटा समरी और एनालिसिस तथा लंबीई-मेल चेन और डाक्यूमेंट प्रोसेसिंग के लिए बेहतरीन बन चुका है। यह कोडिंग और गणना में भी मदद करता है। काम करने में तेजी, सटीकता और अधिक क्रिटिकल थिंकिंग क्षमता की वजह से इसका तीसरा वर्जन क्लाउड3 को चैटजीपीटी से भी बेहतर माना जाता है।

    यह भी पढ़ें: WhatsApp यूजर्स के लिए गुड न्यूज! आ गया एडवांस्ड चैट प्राइवेसी फीचर, जानें फायदे और इस्तेमाल का तरीका