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    एंड्रॉयड या एपल: मोबाइल स्कैम रोकने में कौन बेहतर? गूगल ने किया चौंकाने वाला खुलासा

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 12:42 PM (IST)

    गूगल का दावा है कि एंड्रॉयड स्मार्टफोन मोबाइल स्कैम रोकने में एपल से बेहतर हैं। एक सर्वे के अनुसार, एंड्रॉयड यूजर्स को आईफोन यूजर्स के मुकाबले कम स्पैम कॉल और मैसेज मिलते हैं। एंड्रॉयड डिवाइस में मौजूद एआई टूल्स और स्पैम फिल्टरिंग जैसे फीचर्स फ्रॉड से बचाने में मदद करते हैं। गूगल का कहना है कि एंड्रॉयड सुरक्षा कॉल सिस्टम हर महीने 10 बिलियन से ज्यादा स्पैम कॉल और मैसेज ब्लॉक करता है।

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    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Google का कहना है कि मोबाइल स्कैम रोकने में एंड्रॉयड स्मार्टफोन एपल से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। गूगल ने यह दावा हाल में किए एक सर्वे और रिसर्च के हवाले से किया है। इसमें कहा गया है कि एआई से लैस प्रोटेक्शन यूजर्स को फ्रॉड और अनवांटेड कॉम्युनिकेशन से बचाने में अहम रोल अदा कर रहा है।

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    हर दिन ब्लॉक करते हैं 10 बिलियन कॉल-मैसेज

    Google ने एक ब्लॉग पोस्ट करते हुए बताया कि एंड्रॉयड में मौजूद एआई टूल ग्लोबल स्कैम प्रोब्लम से लड़ने में यूजर्स के मदद आ रही है। एंड्रॉयड ने करीब 400 बिलियन डॉलर बचाए हैं। इसके साथ ही गूगल का यह भी कहना था कि एंड्रॉयड सिक्योरिटी कॉल सिस्टम हर महीने 10 बिलियन से ज्यादा स्पैम कॉल और मैसेज ब्लॉक करता है।

    इसके साथ ही इस रिपोर्ट में YouGov के एक सर्वे का भी जिक्र है, जिसमें करीब 5 हजार स्मार्टफोन यूजर्स शामिल थे। Google ने बताया कि डेटा से पता चलता है, आईफोन यूजर्स के मुकाबले एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स खासतौर पर पिक्सल डिवाइस यूजर्स को कम स्पैम कॉल और मैसेज मिलते हैं।

    एंड्रॉयड यूजर्स ज्यादा सेफ

    इस सर्वे के मुताबिक, पिछले एक सप्ताह में एंड्रॉयड यूजर्स को कोई भी स्कैम टैक्स्ट न मिलने की संभावना आईओओस यूजर्स के मुकाबले 58 प्रतिशत थी। वहीं अगर पिक्सल यूजर्स की बात करें तो यह आईफोन यूजर्स के मुकाबले 96 प्रतिशत था। इसमें यह भी बताया गया है कि आईओएस यूजर्स को एक हफ्ते में 3 या उससे ज्यादा स्कैम मैसेज मिलते हैं। इसके साथ ही आईफोन यूजर्स का यह भी मानना था कि उनका डिवाइस मोबाइल फ्रॉड के प्रयास रोकने में असमर्थ है।

    गूगल का कहना है कि एंड्रॉयड डिवाइसेस मैसेज में स्पैम फिल्टरिंग, ऑन-डिवाइस स्कैम डिटेक्शन जैसे बिल्ट-इन टूल के जरिए संभावित फ्रॉड की पहचान कर सकते हैं। इसके साथ ही एंड्रॉयड फोन ऐप का कॉल स्क्रीन फीचर स्पैम कॉल की पहले ही पहचान करने में सक्षम है।

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