Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तो क्या खत्म हो जाएगा 16GB रैम वाले फोन का दौर, 4GB रैम वाले स्मार्टफोन की फिर से होगी वापसी

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 08:00 PM (IST)

    टेक इंडस्ट्री में रैम की सप्लाई प्रभावित होने से स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर असर पड़ रहा है, जिससे कीमतें बढ़ने की आशंका है। 2026 तक 16GB रैम वाले फोन गाय ...और पढ़ें

    Hero Image

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। टेक इंडस्ट्री इन दिनों रैम की सप्लाई से प्रभावित है और इसका सबसे ज्यादा असर स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर देखने को मिल रहा है। इसके चलते कई ब्रांड ने अपने स्मार्टफोन की कीमत बढ़ानी भी शुरू कर दी हैं। इसके साथ ही खबर है कि कंपनी जल्द ही अपने स्मार्टफोन की कीमतें बढ़ा सकती हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अगर रैम की शॉर्टेज ऐसी ही चलती रही तो कंपनियों की अपनी मार्केट स्ट्रेटजी बदली पड़ सकती हैं। कुछ रिपोर्ट्स में तो दावा किया जा रहा है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मार्केट से 16 जीबी रैम वाले फोन गायब हो सकती हैं और कंपनियों को एक बार फिर से 4जीबी रैम वाले फोन लॉन्च करने पड़ सकते हैं।

    16GB RAM वाले स्मार्टफोन की होगी छुट्टी

    साउथ कोरिया के टिपस्टर Lanzuk (yeux 1122) ने दावा किया है कि रैम सप्लाई में आई शॉर्टेज अगर ऐसी ही बनी रही तो 2026 में कंपनियां 16GB रैम वाले स्मार्टफोन लॉन्च करने से बचेंगी। टिपस्टर का यहां तक कहना है कि रैम की शॉर्टेज के चलते कंपनियां अपने स्मार्टफोन की कीमत बढ़ा सकती हैं। या फिर कीमत कंट्रोल करने के लिए लो स्पेसिफिकेशन्स वाले मॉडल पेश करेंगी।

    अगर कंपनियां दूसरी स्ट्रेटजी फॉलो करती हैं तो एंट्री लेवल मार्केट में एक बार फिर से 4GB RAM वाले मॉडल्स की एंट्री हो सकती हैं। यह सुनने में भले ही अटपटा लगे, लेकिन कंपनियों ने इसकी शुरुआत कर दी है। टिपस्टर का दावा है कि अगले साल तक 12GB वाले मॉडल मार्केट से 40 प्रतिशत से ज्यादा कम हो जाएंगे।

    कंपनियों का फोकस 6GB और 8GB वाले मॉडल लॉन्च करने पर रहेगा। रैम की शॉर्टेज से परेशान स्मार्टफोन इंडस्ट्री में एक बार फिर से मिड रेंज में 8 जीबी और 4जीबी वाले डिवाइसेस की वापसी हो सकती हैं।

    महंगे होंगे स्मार्टफोन

    mobile-price

    iQOO India के CEO निपुण मार्या ने Gadgets 360 को बताया कि सितंबर से नवंबर के बीच में मेमोरी की कीमतों में 60 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है। रिपोर्ट्स की मानें तो Samsung भी अपने Galaxy A सीरीज के अपकमिंग स्मार्टफोन की कीमत बढ़ाने पर विचार कर रहा है। कुछ ऐसी ही प्लानिंग एपल भी अपने iPhone 17 लाइनअप को लेकर कर रहा है। रैम की शॉर्टेज से परेशान कंप्यूटर मैन्युफैक्चरर कंपनियां भी 2026 के दूसरे हाफ में डिवाइस की कीमत बढ़ाने का एलान कर सकती हैं।

    क्यों हो रही है रैम की शॉर्टेज

    टेक इंडस्ट्री में रैम शॉर्टेज की वजह AI है। दरअसल जैसे एआई टेक्नोलॉजी आगे बढ़ रही है। कंपनियों को एडवांस और बड़े डेटा सेंटर की जरूरत है। गूगल, ओपनएआई और मेटा दुनियाभर में डेटा सेंटर स्थापित कर रही हैं। इन डेटा सेंटर के लिए कंपनियों को मेमोरी चिप की जरूरत है।

    ये मेमोरी चिप रैम में से एडवांस हैं और चिप बनाने वाली कंपनियों को इसमें ज्यादा मुनाफा हो रहा है। इस मुनाफे के चलते चिप बनाने वाली कंपनियों ने रैम का प्रोडक्शन कम कर दिया है और एआई के लिए मेमोरी चिप का प्रोडक्शन बढ़ा दिया है। यही कारण है कि मार्केट में रैम की सप्लाई प्रभावित हो गई है।

    यह भी पढ़ें- Smartphone Price Hike: नए साल में लगेगा फटका, स्मार्टफोन की कीमत बढ़ाने को मजबूर हो जाएंगी कंपनियां