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    GhostPairing Scam: WhatsApp पर फ्रॉड का एडवांस तरीका, बिना पासवर्ड और सिम के अकाउंट हो रहा हैक

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 09:57 AM (IST)

    WhatsApp पर स्कैमर्स 'घोस्टपेयरिंग' नामक एक नए तरीके से यूजर्स को फंसा रहे हैं। वे डिवाइस लिंकिंग फीचर का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें यूजर्स को एक मैसेज ...और पढ़ें

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    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। WhatsApp पर स्कैमर्स नए तरीके से यूजर्स को अपने जाल में फंसा रहे हैं। स्कैम के इस तरीके को साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने घोस्टपेयरिंग नाम दिया है। इसके लिए स्कैमर्स वॉट्सएप पर मिलने वाले डिवाइस लिंकिंग फीचर का इस्तेमाल करते हैं। इस स्कैम करने के लिए हैकर्स को पासवर्ड चुराने की जरूरत भी नहीं होती हैं। इसके साथ ही उन्हें सिम कार्ड या ओटीपी की आवश्कता भी नहीं होती है और वे वॉट्सएप अकाउंट को पूरी तरह कंट्रोल कर सकते हैं।

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    घोस्टपेयरिंग स्कैम कैसे काम करता है?

    इसकी शुरुआत एक नॉर्मल वॉट्सएप मैसेज से होती है। इसमें यूजर्स को एक मैसेज मिलता है, जिसमें लिखा रहता है कि हाई.. क्या यह तुम्हारी फोटो है? इस फोटो के साथ मैसेज में लिंक भी होता है। इस लिंक के प्रीव्यू में फेसबुक जैसा पोस्ट दिखाई देता है। अगर लोग ऐसे लिंक पर क्लिक कर देते हैं।

    इसके बाद उनके फोन में एक नकली वेबपेज ओपन होता है, जो काफी हद तक असली दिखाई देता है। इस कंटेंट को देखने के लिए यूजर्स को अपनी पहचान वेरिफाई करने के लिए कहा जाता है। वेरिफाई का यह प्रोसेसर वॉट्सएप डिवाइस लिंक का होता है, जिसे यूजर्स पहचान नहीं पाते हैं। इसमें पहले यूजर्स को अपना फोन नंबर डालने को कहा जाता है। इसके बाद उन्हें एक न्यूमेरिक पेयरिंग कोड दिया जाता है, जिसे वॉट्सएप पर डालने को कहा जाता है।

    प्रोसेस यूजर्स को रूटीन सिक्योरिटी या वेरिफिकेशन स्टेट के रूप में दिखता है। असल में इसके जरिए हैकर्स वॉट्सएप को अपने डिवाइस से लिंक कर लेते हैं और उन्हें वॉट्सएप का पूरा एक्सेस मिल जाता है। वे मैसेज पढ़ने के साथ, मैसेज भी कर सकते हैं। इस तरह आपका डेटा और प्राइवेसी दोनों प्रभावित हो सकती है।

    घोस्टपेयरिंग स्कैम से कैसे बचें?

    GhostPairing स्कैम से सुरक्षित रहने के लिए जागरुक रखने की जरूरत है। यूजर को नियमित तौर पर वॉट्सएप लिंक डिवाइस सेक्शन चेक करते रहना चाहिए। अगर यहां आपको कोई अनजान डिवाइस दिखे तो तुरंत रिमूव कर दें।

    अगर आपको किसी मैसेज पर पेयरिंग कोड डालने या क्यूआर कोड स्कैन करने या फिर अकाउंट वेरिफाई करने के लिए रिक्वेस्ट की जा रही है, तो सावधान रहें।

    वॉट्सएप अकाउंट में हमेशा टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखें। इससे आपका अकाउंट में सिक्योरिटी की एक और लेयर एड हो जाती है। सबसे जरूरी वॉट्सएप मिलने वाले किसी भी लिंक पर सावधानी से क्लिक करें।

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