Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फोन की इंश्योरेंस को लेकर इन बातों की अनदेखी पड़ सकती है भारी

    इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से जारी शर्तों की अनदेखी जरूरत के वक्त यूजर्स को भारी पड़ सकती हैं।

    By Shridhar MishraEdited By: Updated: Mon, 13 Aug 2018 07:37 AM (IST)
    फोन की इंश्योरेंस को लेकर इन बातों की अनदेखी पड़ सकती है भारी

    नई दिल्ली(टेक डेस्क)। स्मार्टफोन का इंश्योरेंस कराना एक समझदारी वाला फैसला है, लेकिन अगर आप अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी को सही से नहीं पढ़ते हैं तो यह फैसला आपके लिए घाटे का सौदा बन सकता है। दरअसल इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से कई ऐसी शर्ते दी गई होती हैं जिनकी अनदेखी जरूरत के वक्त हमें भारी पड़ सकती है। तो जानते हैं फोन के इंश्योरेंस से जुड़ी सभी बड़ी बातों के बारे में।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्यों जरूरी है फोन का इंश्योरेंस?

    फोन खरीदते समय एक सवाल हमारे दिमाग में अक्सर आता है कि हम फोन का इंश्योरेंस क्यों कराएं, तो इस सवाल के कई जवाब हैं जैसे,

    फोन का चोरी हो जाना- अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो इंश्योरेंस के जरिए आप अपने नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। फोन के चोरी होने पर आपको कितनी राशि मिलेगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका फोन कितना पुराना हो चुका है।

    फोन के टूटने पर- मान लिजिए आपने iPhone X, Samsung Galaxy S9 Plus या फिर Huawei P20 Pro जैसा महंगा स्मार्टफोन खरीदा है। लेकिन इससे पहले की आप फोन का इस्तेमाल करें अगर गिर जाए तो आपके सारे पैसे बर्बाद हो सकते हैं। इंश्योरेंस के जरिए आप अपने फोन के गिरने पर हुए नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।

    पानी में गिरने पर- अगर आपका फोन पानी में गिरने की वजह से खराब हो गया है तो इसकी भरपाई केवल इंश्योरेंस के जरिए हो सकती है।

    इंश्योरेंस पॉलिसी की पूरी जानकारी है जरूरी

    ज्यादा तर फोन पर 6 महीने की इंश्योरेंस मिलती है। ऐसे इस बात का पता लगाना बहुत जरूरी है कि आपके फोन पर कितने महीनों की इंश्योरेंस मिल रही है।

    ज्यादा तर इंश्योरेंस में फोन को बदलने की जगह रिपेयरिंग का विकल्प मिलता है। ऐसे में अगर आप फोन के खराब या फिर टूटने पर इसे बदलने की सोच रहे हैं, तो फिर इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय इस बात को चेक करें कि क्या यह विकल्प आपके पॉलिसी में शामिल है।

    कई पॉलिसी में फोन की कॉलिंग का कवर नहीं मिलता है। यानी अगर आपका फोन चोरी हो गया है और इससे कॉलिंग की गई है, तो इस कॉलिंग का बिल आपको खुद भरना पड़ सकता है।

    कई पॉलिसी में फोन के खोने का कवर नहीं मिलता है। इसलिए इंश्योरेंस लेते वक्त पॉलिसी को अच्छे से पढ़ें।

    किसका इंश्योरेंस रहेगा सही

    ऑपरेटर्स- इन दिनों ज्यादा तर नेटवर्क ऑपरेटर्स फोन पर इंश्योरेंस कवर दे रहे हैं। ऐसे में किसी भी नेटवर्क ऑपरेटर का इंश्योरेंस लेना एक सही विकल्प साबित हो सकता है।

    बैंक- बैंक की तरफ से दिया जा रहा इंश्योरेंस कवर एक सही विकल्प साबित हो सकता है। हालांकि, इसके भुगतान में कुछ समय लग सकता है।

    थर्ड पार्टी- यह एक ऐसा विकल्प है जो फायदेमंद भी साबित हो सकता है और घाटे का सौदा भी। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप पॉलिसी और इंश्योरेंस देने वाले के बारे में कितना सही तरह से जानते हैं।

    यह भी पढ़ें:

    फोन खरीदते वक्त की गई ये 5 गलतियां पड़ सकती हैं बहुत भारी

    Twitter पर महीनों पुराने 3200 Tweets तक को सेकेंड्स में करें डिलीट

    इन 5 तरीकों की मदद से देश के किसी भी कोने में नहीं जाएंगे आपके फोन की सिग्नल