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    Gorilla Glass की इन खूबियों को नहीं जानते होंगे आप, लेकिन एक छोटी-सी भूल निकाल सकती है फोन का कबाड़ा

    By Shivani KotnalaEdited By: Shivani Kotnala
    Updated: Thu, 27 Apr 2023 04:58 PM (IST)

    Smartphone Display Protection स्मार्टफोन के डिस्प्ले को लेकर हर यूजर सतर्क रहता है। हालांकि डिस्प्ले के प्रोटेक्शन के लिए ही डिवाइस को गोरिल्ला ग्लास का प्रोटेक्शन दिया जाता है लेकिन आप स्मार्टफोन को एक मामूली ऑब्जेक्ट से नहीं बचा सकते। (फोटो- जागरण)

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    Smartphone Display Protection Gorilla Glass Benefits Sand Effect, Pic Courtesy- Jagran Graphics

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। स्मार्टफोन हर यूजर की जरूरत है। हर यूजर चाहता है कि एक बार के खर्च में एक बढ़िया डिवाइस खरीद लिया जाए। एक बार मोटी रकम खर्च कर लेने के बाद हर यूजर के लिए उसका स्मार्टफोन जान से भी ज्यादा प्यारा होता है।

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    फोन की सेफ्टी हर किसी के लिए जरूरी है। यही वजह है कि यूजर फोन को प्रोटेक्ट करने के लिए कवर से लेकर स्क्रीन के लिए स्क्रीन गार्ड तक का जुगाड़ कर रखता है।

    डिस्प्ले की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी

    किसी भी स्मार्टफोन के लिए उसका डिस्प्ले ही सबसे सेंसेटिव पार्ट होता है। एक बार फोन से हाथ गिरा नहीं कि यूजर को हजारों का खर्चा बढ़ जाता है।

    क्या आपने कभी सोचा है फोन के डिस्प्ले के लिए आने वाला गोरिला ग्लास आखिर काम कैसे करता है।

    स्क्रैच के लिए कितना असरदार ग्लास

    दरअसल, फोन के डिस्प्ले को बचाए रखने के लिए ही गोरिल्ला ग्लास को लाया गया है। गोरिल्ला ग्लास को आपके स्मार्टफोन के डिस्प्ले पर कंपनी ही लगा के देती है। गोरिल्ला ग्लास को बनाने वाली कंपनी का नाम कॉर्निंग है।

    कंपनी का दावा है कि ये ग्लास यूजर की डिवाइस को स्क्रैच लगने से बचाए रखेगा। हालांकि, इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कहा जा सकता है कि गोरिल्ला ग्लास लगा लेने के बाद डिवाइस पर कभी स्क्रैच ही नहीं आएंगे, क्योंकि ग्लास स्क्रैच रेजिस्टेंट बनाया गया, यह स्क्रैच प्रूफ नहीं होता है।

    स्क्रैच के लिए किन चीजों से बचाने की जरूरत

    Mohs Scale Of Hardness की मदद से अलग-अलग ऑब्जेक्ट की हार्डनेस का पता लगाया जा सकता है। ऐसे में इस स्कैल पर ऑब्जेक्ट की हार्डनेस के लिए 1 से 10 तक की रैंकिंग होती है। एक नंबर पर किसी ऑब्जेक्ट की हार्डनेस बहुत कम होती है। वहीं 10 नंबर की रैंकिंग पर ऑब्जेक्ट की हार्डनेस सबसे ज्यादा होती है।

    इस स्कैल में डायमंड को 10वें नंबर पर रखा जाता है। यानी अगर आपका डिवाइस डायमंड के कॉन्टेक्ट में आता है तो डिस्प्ले को नुकसान पहुंचना तय है। ग्लास को 6 और 7 नंबर की रैंकिग के आसपास तैयार किया जाता है। यानी 6 नंबर से कम रैंकिंग वाले हार्ड ऑब्जेक्ट से डिवाइस को बचाया जा सकता है।

    वहीं 6 नंबर की रैंकिंग वाले ऑब्जेक्ट से डिवाइस को बचाना थोड़ा मुश्किल है। जेब में रखे जाने वाले सिक्के, चाबी और यहां तक कि चाकू से भी फोन को नुकसान नहीं पहुंचता है।

    रेत आपके फोन के लिए है खतरनाक

    आपको जानकार हैरानी होगी कि चाकू से तो डिवाइस के डिस्प्ले को बचाया जा सकता है, लेकिन वहीं मामूली सी रेत आपके डिवाइस के डिस्प्ले को नुकसान पहुंचा सकती है। सैंड यानी रेत को डिस्प्ले से जरा-सा भी हाथ से साफ किया जाए तो डिस्प्ले पर स्क्रैच देखे जा सकेंगे।

    दरअसल, इसके पीछे एक वजह काम करती है। रेत में पाया जाने वाल क्वार्ट्ज एक कंटेंट आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचाता है। क्वार्ट्ज की हार्डनेस Mohs Scale Of Hardness पर 7वे नंबर पर है। ऐसे में गोरिल्ला ग्लास का प्रोटेक्शन भी फेल हो जाता है।

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