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मोबाइल ऑपरेटर से हैं परेशान, इन 4 आसान स्टेप्स से पोर्ट करें अपना नंबर

एमएनपी कराने के पूरे प्रोसेस को 4 आसान स्टेप्स में पूरा किया जा सकता है

By Harshit HarshEdited By: Published: Tue, 03 Jul 2018 04:12 PM (IST)Updated: Wed, 04 Jul 2018 07:45 AM (IST)
मोबाइल ऑपरेटर से हैं परेशान, इन 4 आसान स्टेप्स से पोर्ट करें अपना नंबर
मोबाइल ऑपरेटर से हैं परेशान, इन 4 आसान स्टेप्स से पोर्ट करें अपना नंबर

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। टेलिकॉम कंपनियों के खराब नेटवर्क की वजह से यूजर्स अपना नंबर किसी अन्य ऑपरेटर में पोर्ट कराते हैं। कई बार पोस्टपेड उपभोक्ता मंहगे बिल और बिल संबंधी शिकायतों के वजह से भी अपना नंबर पोर्ट कराते हैं। हाल ही में रिलायंस कम्यूनिकेशन्स और एयरसेल जैसी कंपनियों ने अपनी सभी सेवाएं बंद कर दी हैं।

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ऐसे में यूजर्स को अपना नंबर दूसरे टेलिकॉम ऑपरेटर जैसे कि एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया या जियो में पोर्ट कराना पड़ा। वहीं, कई ऐसे यूजर्स हैं जो वर्तमान ऑपरेटर की नेटवर्क कवरेज या मंहगे प्लान की वजह से अपना नंबर पोर्ट कराना चाहते हैं। आज हम आपको 4 आसान स्टेप्स बताएंगे, जिसकी मदद से आप अपना नंबर किसी दूसरे टेलिकॉम ऑपरेटर में पोर्ट करा सकेंगे।

पोर्टिंग कोड (UPC) जेनरेट करना

सबसे पहले आपको अपने नबंर से UPC (यूनिक पोर्टिंग कोड) जेनरेट करना होगा। UPC कोड जेनरेट करने के लिए आपको अपने मोबाइल नंबर से 1900 पर एक एसएमएस करना होगा। एसएमएस करने के लिए एसएसएस बॉडी में PORT स्पेस आपका मोबाइल नंबर (PORT 9818XXXXXX) 1900 पर भेजना होगा। जम्मू-कश्मीर के यूजर्स को 1900 पर कॉल करके वेरिफिकेशन्स स्टेप्स फॉलो करने होते हैं।

डॉक्यूमेंटेशन- पेपर वर्क

UPC कोड जेनरेट करने के बाद पेपर वर्क करना होता है। इसके लिए आपके पास आपको दूसरे ऑपरेटर (जिसमें अपना नंबर पोर्ट कराना चाहते हैं) का CAF (कस्टमर अप्लिकेशन फार्म) और पोर्टिंग फार्म भरना होगा। इसमें आपके पास आपका एड्रेस प्रूफ (आधार, वोटर कार्ड आदि) एवं आईडी प्रूफ (पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि) की कॉपी ऑपरेटर के नजदीकी ऑफिस में जमा करनी होगी। पोस्टपेड यूजर्स को पिछले ऑपरेटर के बिल का भुगतान प्रो-डाटा बेस के मुताबिक करना होगा। यानी कि जिस दिन आप पोर्टिंग रिक्वेस्ट जेनरेट करते हैं उसके 7 दिन बाद तक का भुगतान करना होगा।

पोर्टिंग फी का भुगतान

अब आपको नए ऑपरेटर के ऑफिस में पोर्टिंग फी जो कि 4 रुपये हैं (पहले 19 रुपये थी) का भुगतान करना होगा। फी का भुगतान करने के 7 दिनों के अंदर आपका नंबर दूसरे ऑपरेटर में पोर्ट हो जाएगा। असम, नॉर्थ-ईस्ट और जम्मू-कश्मीर के यूजर्स का नंबर 15 दिनों में पोर्ट होगा। नए ऑपरेटर के पास पोर्टिंग रिक्वेस्ट आने के बाद आपको एसएमएस के जरिए सूचित किया जाएगा कि आपका नंबर कब एक्टिवेट होगा।

एक्टिवेशन प्रोसेस

दूसरे ऑपरेटर में आपका नंबर एक्टिव होने से 2 घंटे पहले आपके पुराने सिम से नेटवर्क गायब हो जाएगा। इसके बाद आपको नए ऑपरेटर के सिम को मोबाइल में लगाना होगा। नए सिम में नेटवर्क आते ही आपका नंबर एक्टिव हो जाएगा। इसके लिए सबसे पहले आपको टेली-वेरिफिकेशन करना होगा। जिसमें आपको फॉर्म भरते समय दिए गए डॉक्यूमेंट्स की जानकारी शेयर करनी होगी। वेरिफिकेशन होते ही आपका नंबर नए ऑपरेटर में एक्टिव हो जाएगा।

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