Chandrayaan -3 के पहुंचने से पहले ऐसे करें चांद की सैर, Google Moon की मदद से घर बैठे पूरा होगा स्पेस मिशन
चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर बहुत जल्द चांद के साउथ पोल पर उतरने जा रहा है। दुनिया भर की निगाहें भारत की ओर हैं। 23 अगस्त को विक्रम लैंडर लैडिंग के अंतिम पड़ाव को पूरा करने वाला है। विक्रम लैंडर की चांद से दूरी 25 किलोमीटर से भी कम रह गई है। अगर आप इस लैंडिंग के लिए उत्साहित हैं तो विक्रम लैंडर से पहले चांद की सैर कर सकते हैं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर बहुत जल्द चांद के साउथ पोल पर उतरने जा रहा है। दुनिया भर की निगाहें भारत की ओर हैं।
23 अगस्त यानी बुधवार को विक्रम लैंडर लैडिंग के अंतिम पड़ाव को पूरा करने वाला है। ऐसे में गूगल मून की मदद से चांद की सैर करने का मन है तो ये आर्टिकल आपके काम का हो सकता है। इस आर्टिकल में आपको चांद की सैर पर ले चलते हैं-
क्या है गूगल मून
दरअसल, गूगल मून चांद के सरफेस का एक बेसिक मैप है। गूगल मून को साल 2007 में लॉन्च किया गया था। इस मैप में चांद के ऐतिहासिक लैंडिंग साइट्स और हाई-रेजोल्यूशन इमेज की सुविधा भी मिलती है।
बीते कुछ सालों में गूगल मैप पर कई नए अपडेट जारी किए गए हैं। नए अपडेट्स के बाद मैप में कई फीचर्स और डिटेल्ड इमेज की सुविधा मिल रही है। गूगल मैप स्पेस में रुचि रखने वालों और शोधकर्ताओं के लिए एक बेहतरीन टूल है। गूगल मून की मदद से यूजर घर बैठे चांद की सैर कर सकते हैं।
गूगल मून से चांद की सैर
गूगल मून यूजर्स को चांद की सैर करने का मौका देता है। चांद के किसी एक एरिया को सेलेक्ट करने के बाद सैर की जा सकती है।
गूगल मून की मदद से चांद के किसी खास सरफेस को चुनने के बाद इलाके से जुड़ी खासियतों और दिलचस्प जानकारियों को पा सकते हैं। यह चांद और चांद के इतिहास के बारे में जानने का एक अलग तरीका हो सकता है।
गूगल मून का कैसे करें इस्तेमाल
- गूगल मून का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले Google Moon की वेबसाइट पर विजिट करना होगा।
- अब सर्च बार की मदद से चांद की एक जगह को सर्च कर लैंडिग साइट आइकन्स पर क्लिक करना होगा।
- चांद के किसी खास सरफेस से जुड़ी जानकारियों के लिए जूम फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- चांद के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए मून टूर जैसे फीचर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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