WhatsApp पर जल्द आ सकता है मैसेज ट्रांसलेशन वाला फीचर, चल रही है टेस्टिंग
WhatsApp ने Android के लेटेस्ट बीटा वर्जन में मैसेज ट्रांसलेशन फीचर की टेस्टिंग शुरू की है। ये फीचर ऑन-डिवाइस ऑटोमैटिक ट्रांसलेशन की सुविधा देता है। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के कारण ट्रांसलेशन डिवाइस पर प्रोसेस होता है। इसके लिए यूजर्स को लैंग्वेज पैक डाउनलोड करना होगा। ये फीचर चैट्स और चैनल्स में काम करता है जिसे बीटा टेस्टर्स के लिए रोलआउट किया गया है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। WhatsApp ने Android स्मार्टफोन्स के लिए ऐप के लेटेस्ट बीटा वर्जन पर एक नए मैसेज ट्रांसलेशन फीचर की टेस्टिंग शुरू की है। एक फीचर ट्रैकर ने एक नया सेटिंग्स ऑप्शन को स्पॉट किया है, जो मैसेज का सीमलेस, ऑटोमैटिक ऑन-डिवाइस ट्रांसलेशन इनेबल करता है। WhatsApp मैसेज के लिए end-to-end एन्क्रिप्शन (E2EE) ऑफर करता है, इसलिए नया ‘ट्रांसलेट मैसेज’ फीचर मैसेज को यूजर के डिवाइस पर प्रोसेस करता है, न कि कंपनी के सर्वर्स का इस्तेमाल करता है। WhatsApp, यूजर्स से ट्रांसलेशन फीचर का इस्तेमाल करने के लिए लैंग्वेज पैक सेलेक्ट और डाउनलोड करने को कहेगा।
WhatsApp मैसेज ट्रांसलेशन फीचर ऑफलाइन लैंग्वेज पैक का यूज करता है
WhatsApp बीटा फॉर Android वर्जन 2.25.12.25 में अपडेट करने के बाद, कुछ बीटा टेस्टर्स नए ‘ट्रांसलेट’ फीचर को एक्सेस कर सकते हैं। चैट लॉक सेटिंग के अंदर हर चैट पर एक नया टॉगल दिखाई देता है। फीचर ट्रैकर WABetaInfo के मुताबिक, प्लेटफॉर्म जुलाई 2024 से इस फीचर पर काम कर रहा है। ये फीचर चैट्स और WhatsApp चैनल्स में काम करता है।
फीचर के रोलआउट होने के बाद, यूजर्स को किसी खास कन्वर्सेशन के चैट सेटिंग्स में उपलब्ध ट्रांसलेट मैसेजेस टॉगल को इनेबल करना होगा। इसके बाद, यूजर्स को लैंग्वेज की लिस्ट में से सेलेक्ट होगा, जिसमें फिलहाल स्पेनिश, अरबी, पुर्तगाली (ब्राजील), हिंदी और रूसी शामिल हैं।
लैंग्वेज सेलेक्ट के बाद, WhatsApp एक लैंग्वेज पैक डाउनलोड करेगा, जो मैसेज ट्रांसलेशन फीचर को इनेबल करने के लिए जरूरी है। मैसेज ट्रांसलेशन का ये नया फीचर ऑफलाइन काम करता है, यानी मैसेजेस यूजर के डिवाइस पर प्रोसेस होते हैं, न कि Meta के सर्वर्स का इस्तेमाल किया जाता है।
फीचर ट्रैकर ने ये भी बताया कि यूजर्स सभी WhatsApp चैट्स के लिए ऑटोमैटिक मैसेज ट्रांसलेशन इनेबल कर सकते हैं या Translate ऑप्शन पर टैप कर अलग-अलग मैसेजेस को ट्रांसलेट करने का ऑप्शन चुन सकते हैं। ये फीचर डिफॉल्ट रूप से बंद रहेगा और यूजर्स इसे डिसेबल भी कर सकते हैं और ऐप की सेटिंग्स से लैंग्वेज पैक मैनेज कर सकते हैं।
ये हाल के महीनों में WhatsApp पर रोलआउट होने वाला पहला ऑन-डिवाइस लैंग्वेज फीचर नहीं है। मैसेजिंग ऐप ने पहले वॉयस नोट ट्रांस्क्रिप्शन के लिए सपोर्ट रोलआउट किया था, जो इनकमिंग ऑडियो मैसेजेस को ट्रांसक्राइब करता है। इस फीचर के लिए भी यूजर के डिवाइस पर लैंग्वेज पैक डाउनलोड करना जरूरी है और कंपनी के मुताबिक सभी ट्रांस्क्रिप्शन्स ऑन-डिवाइस किए जाते हैं।
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