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    सीक्रेट नहीं है सराहा एप, आपके मोबाइल कांटैक्ट्स का कर रहा है इस्तेमाल

    By MMI TeamEdited By:
    Updated: Mon, 28 Aug 2017 05:30 PM (IST)

    सराहा एप यूजर के फोन के कॉन्टैक्ट को कंपनी के सर्वर पर अपलोड करता है

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    सीक्रेट नहीं है सराहा एप, आपके मोबाइल कांटैक्ट्स का कर रहा है इस्तेमाल

    नई दिल्ली (जेएनएन)। सराहा एक ऐसी एप है, जिस पर बिना अपना नाम बताए टेक्स्ट किया जा सकता है। बीते कुछ हफ्तों से यह एप वायरल हो रही है। यह जितनी प्राइवेट जान पड़ती है दरअसल उतनी है नहीं। अब यह जानकारी सामने आई है कि एप यूजर के फोन कांटैक्ट को कंपनी के सर्वर पर अपलोड करता है और इसका कोई पुख्ता कारण भी नजर नहीं आता। सिक्योरिटी एनलिस्ट जैक्री जुलियन ने एप के इस बर्ताव का पता लगाया और उन्होंने सबसे पहले इसकी जानकारी द इंटरसेप्ट को दी।

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    एप के फाउंडर जैन-अल-अबादीन-तौफीक ने बताया कि कांटैक्ट लिस्ट को ‘फाइंड योर फ्रैंड’ फीचर की उस योजना के तहत लिया जा रहा है, जो तकनीकी कारणों से फिलहाल लंबित है। द-इंटरसेप्ट की ओर से इस बर्ताव का खुलासा किए जाने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, “अगले अपडेट में डाटा रिक्वेस्ट को हटा दिया जाएगा और सराहा का सर्वर मौजूदा कांटैक्ट्स को होस्ट नहीं करेगा।”

    यह एप पूरी तरह से इस बात को छिपाता नहीं है कि इसकी आपके कांटैक्ट्स में दिलचस्पी है। iOS और Android दोनों में ही, सराहा, यूजर के फोन कांटैक्ट्स तक अपनी पहुंच बनाने कि लिए इजाजत मांगता है। अगर आप इजाजत नहीं देते हैं तो भी आप इस एप का इस्तेमाल करना जारी रख सकते हैं। यह एप आपके डाटा का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करती है।

    लेकिन जो यूजर अपने कांटैक्ट्स लिस्ट की पहुंच एप को देते हैं, को शायद यह उम्मीद है कि एप के फंक्शन में कुछ और चीजें जोड़ी जाएंगी। लेकिन अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। इस एप के भीतर कोई भी फ्रैंड लिस्ट नहीं है। जैसा कि इसमें एक सर्च का फीचर दिया गया है, वहां पर आप लोगों को उनके मोबाइल नंबर के आधार पर खोज नहीं सकते हैं। साथ ही, न ही इसमें इंस्टाग्राम जैसा कोई सेक्शन है जो यह दिखा सके कि आपके कांटैक्ट्स में से कौन पहले से ही इस सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं।

    जैक्री जुलियन ने एप के इस बर्ताव को एक मॉनीटरिंग सॉफ्टवेयर के जरिए जाना। उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि सराहा आपके एंड्रॉयड फोन से क्या कुछ प्राप्त कर रहा है और क्या कुछ भेज रहा है। इनमें से अधिकांश आपके ई-मेल और फोन कांटैक्ट्स थे, ऐसा ही उन्होंने iOS में भी देखा। इसके बाद ही वो किसी नतीजे पर पहुंचे।

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