Vastu Tips: सपनों के घर के लिए कैसा हो प्लॉट, जमीन में होनी चाहिए क्या खूबियां… यहां पढ़ें
अगर आप घर बनाने के लिए प्लॉट खरीदने जा रहे हैं तो वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) की कुछ बातों को जरूर ध्यान रखें। जमीन की गुणवत्ता जांचना महत्वपूर्ण है। फल-फूल वाले पौधे वाली जमीन धन और वंश वृद्धि के लिए अच्छी होती है जबकि रेतीली और बंजर जमीन पर घर नहीं बनाना चाहिए।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप भी घर बनाने के लिए प्लॉट खरीदने जा रहे हैं, तो पहले जान लीजिए कि जमीन कैसी होनी चाहिए। क्या उस प्लॉट पर बनाए गए घर से आपको लाभ होगा भी या नहीं। इसे जानने के कुछ तरीके हैं।
सबसे पहला तरीका यह है कि जिस जमीन पर फल-फूल के पौधे होते हैं, वह अच्छी होती है। वहां घर बनाने से धन और वंश वृद्धि होती है। वहीं, जिस भूमि पर सामान्य वृक्ष, घास, झाड़ हो, वह सामान्य जमीन होती है।
ऐसी जमीन पर भी घर बनाया जा सकता है। मगर, जो जमीन रेतीली, बंजर और उजाड़ हो, उस जगह पर घर नहीं बनाना चाहिए। ऐसी जगह पर बने घर में कभी सुख चैन नहीं मिलता है।
जमीन फलेगी या नहीं, ऐसे जानें
यदि घर बनाने से पहले आप जानना चाहते हैं कि वह जमीन आपको फलेगी या नहीं, तो एक फीट लंबा और चौड़ा गड्ढ़ा खोद दीजिए। इसके बाद उसमें वापस मिट्टी भर दीजिए। यदि गड्ढ़ा भरने के बाद मिट्टी कम पड़ जाए, तो उस जमीन को मत खरीदें। ऐसी जमीन पर घर बनाने से बीमारियां घेरे रहेंगी और धन हानि लगी रहेगी।
वहीं, यदि गड्ढ़ा भरने के बाद मिट्टी पूरी तरह से भर जाए, तो वह जमीन साधारण है। वहां घर बनाने से न लाभ होगा न हानि होगी। बस जीवन कटता रहेगा।
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वहीं यदि गड्ढ़ा भरने के बाद थोड़ी मिट्टी बच जाए, तो वह जमीन सर्वोत्तम है। वहां घर बनाने से न सिर्फ लाभ होगा, बल्कि वंश वृद्धि भी होगी। घर में सुख संपत्ति के साथ हमेशा बरक्कत बनी रहेगी।
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इसी तरह से जमीन की गुणवत्ता भी जांचे
जमीन कैसी रहेगी, इसका पता करने के लिए सूर्यास्त के समय 1.5 फीट गहरा गड्ढ़ा खोदकर उसमें पानी भर दें। अगले दिन सुबह यदि उस गड्ढ़े में पानी बचता है, तो वह भूमि घर बनाने के लिए सबसे अच्छी है। यदि पानी पूरा सूख जाता है, लेकिन मिट्टी गीली रहती है, तो वह साधारण भूमि है।
मगर यदि पानी पूरी तरह से सूख जाए और वहां दरारें पड़ जाएं, तो ऐसी जगह पर कभी घर नहीं बनाना चाहिए। ऐसी जमीन पर बनाए गए घर में रहने से मानसिक सुकून नहीं मिलता है। हमेशा नुकसान होता है और घर में कभी बरक्कत नहीं हो पाती है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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