Vastu Tips: भूलकर भी किसी को मुफ्त में न दें ये चीजें, वरना बढ़ जाएगी आपकी दिक्कतें
यदि आप अपने दैनिक जीवन में वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रखते हैं तो इससे आपको काफी फायदा मिल सकता है। वहीं इन नियमों की अनदेखी आपके लिए मुसीबत का सबब भी बन सकती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको अपने घर की कौन-सी चीजें भूल से भी किसी और को न तो देनी चाहिए और न ही किसी से लेनी चाहिए।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कभी-कभी हम आसपास के लोगों या पड़ोसियों की मदद करने के लिए उन्हें घरेलू उपयोग की चीजें दे देते हैं या फिर खुद के उपयोग के लिए दूसरों से मांग भी लेते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र (Vastu Tips in Hindi) की मानें, तो आपको अपने घर की कुछ चीजें भूलकर भी दूसरे को नहीं देनी चाहिए। वरना इसका आपको विपरीत परिणाम देखने को मिलते हैं।
बढ़ सकती है परेशानी
कई बार हम नमक खत्म होने पर किसी और से मांग लेते हैं, या फिर किसी और की सहायता करने के लिए दे भी देते हैं। लेकिन नमक का संबंध शनि से माना गया है। ऐसे में यह माना जाता है कि अगर किसी को मुफ्त में नमक दिया जाए, तो इससे व्यक्ति पर कर्ज का बोझ बढ़ने लगता है। साथ ही रोग आदि भी बढ़ सकते हैं। इसी के साथ नुकीली चीजें जैसे चाकू, सूई आदि नहीं देना चाहिए।
फ्री में न दें ये चीजें
वास्तु शास्त्र में लोहे का संबंध भी शनि देव से माना जाता है। ऐसे में आपको न तो किसी को लोहे का सामान देना चाहिए और न ही किसी से लोहे का सामान फ्री में लेना चाहिए। वरना इससे जीवन में तनाव और बाधाएं बढ़ने लगती हैं। इसी के साथ शनि देव से संबंधित माना गया तेल भी किसी को मुफ्त नहीं देना चाहिए। हालांकि आप इन चीजों का दान कर सकते हैं।
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हो सकती है पैसों की कमी
कभी-कभी हम किसी को उपहार में या मुफ्त में पर्स या रूमाल आदि दे देते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र की दृष्टि से ऐसा करना बिलकुल भी शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति को धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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