Vastu Tips: वास्तु दोष दूर करने के लिए बाथरूम में रखें ये एक चीज, नेगेटिव एनर्जी से मिलेगा छुटकारा
वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म की एक महत्वपूर्ण और प्राचीन प्रणाली है जिसका काफी महत्व माना गया है। वहीं वास्तु नियमों की अनदेखी करने पर व्यक्ति को वास्तु दोष का भी सामना करना पड़ सकता है। आज हम आप बाथरूम से संबंधित कुछ वास्तु नियम बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रखने से आप वास्तु दोष से बचे रह सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र में घर के हर एक हिस्से को महत्व दिया गया है। ऐसे में अगर आप घर के हर हिस्से में वास्तु नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। ऐसे में चलिए जानते हैं बाथरूम (bathroom Vastu Remedies) से संबंधित कुछ वास्तु नियम।
बाथरूम के वास्तु नियम
बाथरूम को घर की उत्तर या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा में बनवाना चाहिए। इसे कभी भी दक्षिण, दक्षिण पूर्व या फिर दक्षिण पश्चिम में न बनवाएं, वरना आपको वास्तु दोष का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि बाथरूम कभी भी किचन के सामने या बगल में नहीं होना चाहिए। टॉयलेट सीट या तो पश्चिम या फिर उत्तर पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। अगर आप इन सभी नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे वास्तु दोष से बचा जा सकता है।
रखें ये एक चीज
अगर आप अपने बाथरूम में एक नीले रंग की बाल्टी रखते हैं, तो इससे आपको लाभ मिल सकता है। वास्तु शास्त्र में नीले रंग को जल तत्व का प्रतीक माना गया है। वहीं बाथरूम जल तत्व से जुड़ा हुआ है। ऐसे में बाथरूम में नीली बाल्टी रखने से इन दोनों ऊर्जाओं का संतुलन बना रहता है, जो आपको वास्तु दोष से भी राहत दिलाता है।
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ध्यान रखें ये बातें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम में हमेशा हल्के रंग की टाइल्स लगवानी चाहिए। इसी के साथ बाथरूम में लाल और काले रंग की बाल्टी का इस्तेमाल करना शुभ नहीं माना गया। इसी के साथ बाथरूम में हमेशा टब या बाल्टी पानी से भरकर रखें, क्योंकि वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि इन चीजों के खाली रखने से वास्तु दोष लग सकता है।
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