New Year 2026: इन विचारों के साथ करें नए साल का आगाज, खुशियां खुद चलकर आएंगी आपके द्वार
यदि कोई व्यक्ति अपने लिए या पूरी दुनिया के लिए कुछ करना चाहता है, तो यह बहुत आवश्यक है कि उसके पास एक दृष्टिकोण हो। पुराने समय में कभी बुद्ध, कभी जीसस ...और पढ़ें

New Year 2026 Tips: यह नया साल हमारे लिए एक मौका है

वार्षिक राशिफल 2026
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सद्गुरु (ईशा फाउंडेशन के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु)। यदि हम अस्तित्व के स्तर पर देखें तो एक वर्ष पूरा करके दूसरे वर्ष में जाने का कोई अर्थ नहीं है। हम कहीं नहीं जा रहे हैं, हम हमेशा इस एक पल में ही हैं। लेकिन इस धरती पर इंसान के अनुभवों में व्यक्तिगत रूप से और सामाजिक रूप से नए वर्ष का विशेष महत्व है।
नए वर्ष के बहाने हमें एक मौका मिलता है, जब हम पीछे मुड़कर देख सकते हैं कि हमने अपने साथ क्या-किया, इस धरती के साथ क्या-किया और पूरी मानवता के साथ क्या-क्या किया। यह जीवन के लिए नए लक्ष्य को, नए दृष्टिकोण को तय करने का मौका भी है।
यदि कोई व्यक्ति अपने लिए या पूरी दुनिया के लिए कुछ करना चाहता है, तो यह बहुत आवश्यक है कि उसके पास एक दृष्टिकोण हो। पुराने समय में कभी बुद्ध, कभी जीसस या कभी विवेकानंद अपने विजन के साथ आगे आए। बाकी लोग जाने-अनजाने उनके पीछे-पीछे चल पड़े।
लेकिन अब ऐसी स्थिति है कि सबके दिमाग सक्रिय हैं। यह एक असाधारण संभावना है और साथ ही एक जबरदस्त खतरा भी। दिशाहीन, बेतरतीब, और बेकाबू दिमाग दुनिया को कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आज मनुष्य परिस्थितियां नहीं बना रहा, बल्कि परिस्थितियां मनुष्य को बना रही हैं। हालात बनाने के लिए आधुनिक विज्ञान ने काफी कुछ किया है, लेकिन मनुष्य को कैसे बनाया जाए, इस पर आधुनिक विज्ञान ने ध्यान नहीं दिया है।
एक अच्छी मशीन कैसे बनाएं, अच्छा कंप्यूटर कैसे बने, अच्छे कारखाने कैसे लगें, तमाम तरह की उपयोगी चीजें कैसे बनाई जाएं, इन सब बातों पर तो विज्ञान ने पूरा ध्यान दिया है, लेकिन एक अच्छा इंसान कैसे बनाया जाए, विज्ञान ने इस बात को पूरी तरह से नजरंदाज कर दिया है।
योग बताता है कि एक बहुत अच्छा इंसान कैसे बनाएं। जब तक हमारे आस-पास अच्छे लोग नहीं होंगे, हमारा जीवन अच्छा नहीं हो सकता। सुख के अभूतपूर्व और बेमिसाल साधन हमारे पास आ चुके हैं, लेकिन इनके साथ ही मानवता के लिए अभूतपूर्व खतरे भी पैदा हुए हैं। आज हालत यह हो गई है कि अगर किसी मूर्ख का दिमाग सनक जाए तो वह सिर्फ एक बटन दबाकर पूरी दुनिया को खत्म कर सकता है।
इसलिए अब वक्त आ चुका है जब पूरी मानव जाति अपने दिमाग में एक विशाल विजन, एक व्यापक नजरिया निश्चित करे। जब मैं नजरिए की बात करता हूं, तो मेरा मानना है कि हर किसी के दिमाग में अपना एक निजी दृष्टिकोण होता है और यही निजी दृष्टिकोण दुनिया भर में सारे झगड़ों की जड़ है। मेरा अलग दृष्टिकोण है, आपका अलग, अब हम आपस में इस बात को लेकर झगड़ा करने लगते हैं कि किसका दृष्टिकोण अच्छा है। हमारे दृष्टिकोण ऐसे होने चाहिए कि कहीं भी कोई टकराव न हो।
हम हर किसी के मन एक ऐसा सोच पैदा करें, जिससे शांति, प्रेम और आनंद से भरपूर दुनिया की रचना की जा सके। इसमें आपस का टकराव नहीं होगा। बुनियादी बात है, एक ऐसे विश्व का निर्माण करना, जो प्रेम, आनंद और शांति से भरा हो। तो यह नया साल हमारे लिए एक मौका है कि हम अपना लक्ष्य इस तरह से निश्चित करें कि हजारों लोग उसी लक्ष्य को अपना लें।

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