Shani Dhaiya: कन्या राशि के जातकों को कब मिलेगी शनि की ढैय्या से मुक्ति, ऐसे करें न्याय के देवता को प्रसन्न
सनातन धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भगवान गणेश और बुध देव की पूजा की जाती है। भगवान गणेश की पूजा करने से बुध देव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर हमेशा बरसती है। बुध देव की कृपा से जातक कारोबार क्षेत्र में अवश्य ही सफल होता है। शनिदेव (Shani Dhaiya) की कृपा तुला राशि के जातकों पर बरसती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। न्याय के देवता शनिदेव मीन राशि में विराजमान हैं। शनिदेव के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों के जीवन में बदलाव देखने को मिल रहा है। शनिदेव की कृपा से कई राशि के जातकों के बिगड़े काम बन रहे हैं। वहीं, कई राशि के जातक को करियर या कारोबार संबंधी परेशानी दूर हो रही है। जबकि, कई राशि के जातकों को शनिदेव की परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। लेकिन क्या आपको पता है कि कन्या राशि के जातकों पर कब से शनि की ढैय्या शुरू होगी? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी ग्रहों के राजकुमार बुध देव हैं और आराध्य भगवान गणेश हैं। इस राशि का शुभ रंग हरा है और शुभ अंक तीन और आठ हैं। कन्या राशि के जातकों पर भगवान गणेश की विशेष कृपा रहती है। उनकी कृपा से कन्या राशि के जातक कारोबार में बेहतर करते हैं। कई बार कन्या राशि के जातक सफल कारोबारी भी बनते हैं।
कब शुरू होगी शनि की ढैय्या?
न्याय के देवता शनिदेव 03 जून, 2027 को शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन कर्मफल दाता शनिदेव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। शनिदेव के मेष राशि में गोचर करने से वृषभ राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू होगी। वहीं, कन्या और मकर राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या शुरू होगी। जबकि, सिंह और धनु राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही कुंभ राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। इस दौरान शनिदेव वक्री चाल चलकर दोबारा से मीन राशि में गोचर करेंगे।
कब समाप्त होगी शनि की ढैय्या?
न्याय के देवता शनिदेव 08 अगस्त, 2029 को मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। शनिदेव के वृषभ राशि में गोचर करने के साथ ही कन्या राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। वहीं, मीन राशि के जातकों को भी साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी।
शनि देव को कैसे करें प्रसन्न?
कन्या राशि के जातक शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही शनिवार के दिन काले तिल और चमड़े के जूते-चप्पल का दान करें। इसके साथ ही देवों के देव महादेव की पूजा करें। भगवान शिव की पूजा करने से शनिदेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
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