Weekly Vrat Tyohar 13 To 19 january 2025: कब है मकर संक्रांति और सकट चौथ? नोट करें व्रत-त्योहार की सही डेट
सनातन धर्म में माघ महीने का विशेष महत्व है। इस महीने में रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में स्नान-ध्यान करने का विधान है। साल 2025 में माघ महीने पर धर्म नगरी प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। आइए माघ माह के पहले सप्ताह (Weekly Vrat Tyohar List 2025) के प्रमुख व्रत-त्योहार के बारे में सबकुछ जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, 14 जनवरी से माघ महीने की शुरुआत होगी। इस माह के पहले सप्ताह में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे। इससे पहले 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा एवं लोहड़ी है। माघ माह के पहले सप्ताह में मकर संक्रांति, खिचड़ी, पोंगल, बिहू, सकट चौथ आदि मुख्य पर्व-त्योहार मनाए जाएंगे। आइए, 13 जनवरी से लेकर 19 जनवरी (Weekly Vrat Tyohar 06 To 13 january 2025) तक मनाये जाने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार के बारे में जानते हैं।
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व्रत-त्योहार
- 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा है। इस शुभ अवसर पर महाकुंभ मेले की शुरुआत हो रही है। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान करने का विधान है। अतः पौष पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में साधक गंगा समेत पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाएंगे। साथ ही गंगा मैया और भगवान विष्णु की पूजा करेंगे।
- 13 जनवरी को लोहड़ी है। यह पर्व मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है। यह पर्व देश के कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है।
- 14 जनवरी को मकर संक्रांति है। यह पर्व सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने की तिथि पर मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर सूर्य उत्तरायण भी होते हैं। मकर संक्रांति पर स्नान-ध्यान के बाद सूर्य देव की पूजा की जाती है। साथ ही दान-पुण्य किया जाता है। मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी भी मनाई जाती है।
- 15 जनवरी को बिहू है। यह पर्व असम में धूमधाम से मनाया जाता है। इसे भोगली बिहू भी कहा जाता है। बिहू पर्व अग्नि देव को समर्पित है। यह पर्व असम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। बिहू फसल पकने या तैयार होने के उपलक्ष्य पर मनाया जाता है।
- 15 जनवरी को सकट चौथ और लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी है। यह पर्व माघ माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त सकट चौथ का व्रत रखा जाता है।
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