शुक्रवार के दिन पहनें कछुए की अंगूठी, घर आएगी सुख-समृद्धि… जानिए पहनने के नियम
कछुए की अंगूठी के को लेकर मान्यता है कि यह अंगूठी पहनने से सुख-समृद्धि आती है। वृष कर्क कन्या वृश्चिक मकर और मीन राशि के जातकों के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी है। इसे दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करना चाहिए और शुक्रवार का दिन इसके लिए शुभ माना गया है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म और ज्योतिष में ही नहीं फेंगशुई में भी कछुए का विशेष स्थान है। इस जीव को बहुत शुभ माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने जो अवतार लिए हैं, उसमें से एक कूर्म अवतार भी था। इसलिए सृष्टि के पालक भगवान विष्णु से कछुए को जोड़कर देखा जाता है।
कहते हैं जहां कछुआ होता है, वहां धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी स्वतः ही आकर्षित होकर आ जाती हैं। इसी वजह से वास्तु शास्त्र के अनुसार भी घर में कछुए की मूर्ति, चित्र लगाने की सलाह दी जाती है। इसकी अंगूठी को पहनने से भी सुख-समृद्धि मिलती है।
यदि आप सही धातु से बनी कछुए की अंगूठी को सही तरीके से पहनते हैं, तो यह कई तरह के लाभ पहुंचा सकती है। तो देर किस बात की है, चलिए जानते हैं किस राशि वालों को यह पहननी चाहिए और कब।
किन राशि वालों को पहननी चाहिए
वैसे तो कछुए की अंगूठी हर राशि के जातक पहन सकते हैं। मगर, वृष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर और मीन राशि के जातकों को यह विशेष रूप से लाभ पहुंचाती है।
चांदी से बनी कछुए की अंगूठी पूरा लाभ देती है। अन्य धातुओं से बनी अंगूठी का प्रभाव कम हो सकता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाती है, जिससे व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है।
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कौन सी उंगली में पहननी चाहिए
कछुए की अंगूठी को दाहिने हाथ की बीच वाली उंगली यानी मध्यमा उंगली में पहनना चाहिए। शुक्रवार के दिन इसे गंगाजल, कच्चे दूध से धोने के बाद धूप दिखाएं। इस दौरान मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। इसके बाद मां लक्ष्मी के चरणों से छुआने के बाद अंगूठी को धारण करना चाहिए।
इतने फायदे पहुंचाती है
कछुए की अंगूठी पहनने वाले का गुस्सा शांत हो जाता है। साथ ही इसे पहनने वाले को कभी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता। आर्थिक रूप से समृद्ध ऐसे लोगों को सौभाग्य और सफलता दोनों मिलने लगती है।
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