Vikat Sankashti Chaturthi 2023: विकट संकष्टी चतुर्थी पर रखें इन विशेष बातों का ध्यान, मिलेगा बप्पा का आशीर्वाद
Vikat Sankashti Chaturthi 2023 हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस विशेष दिन पर भगवान श्री गणेश की उपासना की जा ...और पढ़ें

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Vikat Sankashti Chaturthi 2023 Niyam aur Upay: हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास का पहला चतुर्थी व्रत, विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत के रूप में रखा जाता है। इस विशेष दिन पर प्रथम देवता गणेश जी की उपासना का विधान है। बता दें कि यह व्रत आज यानी 9 अप्रैल को रखा जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आज के दिन भगवान श्री गणेश की उपासना करने से साधकों को सुख, समृद्धि एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन किए गए उपायों से भगवान श्री गणेश जल्दी प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। आइए जानते हैं संकष्टि चतुर्थी व्रत के उपाय और महत्वपूर्ण नियम।
विकट संकष्टि चतुर्थी व्रत उपाय (Vikat Sankashti Chaturthi 2023 Upay)
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संकष्टी चतुर्थी व्रत यानी आज के दिन भगवान श्री गणेश को गेंदे का फूल, मोदक, गुड़ और नैवेद्य अर्पित करें। ऐसा करने से साधकों को सिद्धि प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। माना यह भी जाता है कि आज भगवान श्री गणेश जी को सिंदूर अर्पित करने से सुख एवं सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन गणेश स्तोत्र का पाठ जरूर करें। इसके साथ गणपति जी की पूजा के समय 'ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः' इस मंत्र का जाप कम से कम 11 माला करें। इस विशेष दिन पर शमी का पत्ता भगवान गणेश को अर्पित करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं।
शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है। इसलिए आज के दिन पूजा के समय गणपति जी को 17 बार दूर्वा अर्पित करें। साथ ही इस समय 'ॐ गं गणपतये नमः' इस मंत्र का जाप अवश्य करें। ऐसा करने से साधक की सभी समस्याएं हल हो जाती है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन संतान की उन्नति की प्रार्थना करते हुए भगवान गणेश को लाल वस्त्र और लाल चंदन अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है और इस दिन सफेद या पीले रंग के वस्त्र धारण कर पूजा करने से सभी मनोकामना पूर्ण हो जाति है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत नियम (Sankashti Chaturthi 2023 Niyam)
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संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन साधकों को कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले आज के दिन गणेश जी को गलती से भी तुलसी का पत्ता अर्पित ना करें। इसे अशुभ माना जाता है।
व्रत की अवधि में या अन्य किसी दिन पर पशु-पक्षियों को न सताएं। ऐसा करने से व्यक्ति को भारी संकट का सामना करना पड़ता है। बल्कि आज के दिन पशु-पक्षियों को भोजन इत्यादि का दान अवश्य करें।
संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन साधकों को अपना आचरण अच्छा रखना चाहिए। इस दिन किसी का भी अपमान ना करें और मुंह से झूठ ना निकलने दें। माना जाता है कि व्रत के के दौरान झूठ बोलने से और वाद-विवाद से साधक को भगवान श्री गणेश के क्रोध का सामना करना पड़ता है।
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