Vidur Niti: ध्यान रखेंगे विदुर नीति की ये बातें, तो छोटी उम्र में हासिल कर सकेंगे बड़ी सफलता
विदुर नीति भी एक काफी लोकप्रिय नीति है जिसे लोग आज भी पढ़ना पसंद करते हैं। महाभारत काल के महान ज्ञानी महात्मा विदुर ने व्यक्ति की कुछ ऐसी आदतों का जिक्र किया है जिनकी मदद से व्यक्ति कम उम्र में ही बड़ी सफलता हासिल कर सकता है। ऐसे में जीवन को सफल बनाने के लिए आप भी उन आदतों को अपना सकते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। महाभारत विदुर, ऋषि वेद व्यास की संतान थे, जो बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति थे, साथ ही उन्हें वेद व्यास जी से दिव्य दृष्टि का वरदान भी प्राप्त था। विदुर नीति युद्ध से पहले हुए महात्मा विदुर (Vidur Niti) और महाराज धृतराष्ट्र के बीच का संवाद है। इस नीति में ऐसी कई बातें बताई गई हैं, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति हर क्षेत्र में सफल हो सकता है। तो चलिए जानते हैं महात्मा विदुर द्वारा दी गई कुछ ऐसी ही शिक्षाएं।
तभी होंगे कामयाब
विदुर जी कहना है कि, जो व्यक्ति कड़ी मेहनत करता है और अपने काम को पूरी ईमानदारी और लगन के साथ करता है, वह जीवन की हर चुनौती को पार कर सकता है। महात्मा विदुर ने मेहनत को ही सफलता की असली कुंजी बताया है। वहीं जो व्यक्ति हर काम में आलस दिखाता है या उस काम को टालता रहता है, वह कभी जीवन में उन्नति नहीं कर सकता। ऐसे में जितना जल्दी हो सके इस आदत को छोड़ देना चाहिए, तभी आप कामयाब हो सकते हैं।
अपनाएं ये आदत
महात्मा विदुर ने हमेशा कुछ नया सीखने की आदत को अच्छा बताया है। उनका मानना है कि ऐसा व्यक्ति जीवन में कभी असफल नहीं होता। ऐसा व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी करता है। इसलिए अपने जीवन में इस आदत को जरूर अपनाना चाहिए, क्योंकि इससे आपके ज्ञान और कौशल में वृद्धि होती है।
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जरूर मिलेगी सफलता
महात्मा विदुर अपनी नीति में कहते हैं, कि जो व्यक्ति अपनी योग्यता को पहचान कर उसका सही जगह पर इस्तेमाल करता है और हमेशा अपने कर्तव्यों का पालन करता है, वह व्यक्ति हमेशा जीवन में आगे बढ़ता है। साथ ही ऐसा व्यक्ति हर परिस्थिति से निपटने की क्षमता रखता है। अगर आप भी ये गुण सीख लेते हैं, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
इन कामों से बनानी होगी दूरी
महात्मा विदुर ने कुछ ऐसे कार्यों का भी जिक्र किया है, जिनका त्याग करने में ही भलाई है। महात्मा विदुर के अनुसार, व्यक्ति को भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे किसी दूसरे को कष्ट पहुंचता हो या फिर जिस कार्य में धर्म का उल्लंघन होता हो। साथ ही व्यक्ति को ऐसा कार्य भी नहीं करना चाहिए, जिसमें आपको दुश्मन को झुकना पड़े।
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