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    Vat Savitri Purnima Vrat 2023: कब रखा जाएगा दूसरा वट सावित्री पूर्णिमा व्रत? जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Mon, 22 May 2023 11:02 AM (IST)

    Vat Savitri Vrat 2023 हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं उपवास रखती हैं और वट वृक्ष की पूजा करती हैं। बता दें कि एक वट सावित्री व्रत कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में रखा जाता है।

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    Vat Savitri Purnima Vrat 2023: जानिए कब रखा जाएगा वट सावित्री पूर्णिमा व्रत?

    नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Vat Savitri Purnima Vrat 2023: सनातन धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिन महिलाएं वट सावित्री का व्रत रखती हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले यानी 19 मई को वट सावित्री अमावस्या व्रत रखा गया था। यह व्रत विशेष रूप से उत्तर भारतीय भूभाग में रखा गया था। वहीं अब दक्षिण भारत के अधिकांश क्षेत्रों में वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन रखा जाएगा। आइए जानते हैं, कब रखा जाएगा वट सावित्री पूर्णिमा व्रत, मुहूर्त और महत्व?

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    वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 2023 तिथि (Vat Savitri Purnima Vrat 2023 Date)

    हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ 03 जून को सुबह 11 बजकर 16 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन 04 जून को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 03 जून 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा। यह व्रत विशेष रूप से महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में रखा जाएगा।

    वट सावित्री पूर्णिमा व्रत महत्व (Vat Savitri Purnima Vrat 2023 Importance)

    पूर्णिमा और अमावस्या वट सावित्री व्रत में विशेष अंतर नहीं है। इस विशेष दिन पर शुभ मुहूर्त में सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए वृक्ष के चारों ओर रक्षा सूत्र बांधती हैं। इस विशेष दिन पर वट वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है। ऐसा क्योंकि मान्यता है वट वृक्ष में भगवान विष्णु वास करते हैं। इसलिए वट वृक्ष की पूजा करने से साधकों को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।