Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Vastu Tips: ड्राइंग रूम या हॉल में कहां और कैसा लगाए दर्पण, जिससे बढ़ने लगे धन और वैभव

    Updated: Thu, 22 May 2025 05:05 PM (IST)

    वास्तु के अनुसार ड्राइंग रूम या हॉल में दर्पण को पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना शुभ होता है जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और कमरा बड़ा दिखता है। दर्पण को मुख्य द्वार के सामने लगाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे ऊर्जा का प्रवाह बाधित होता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी खास बातें।

    Hero Image
    शीशे को कभी भी मुख्य प्रवेश द्वार के ठीक सामने नहीं लगाना चाहिए।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वास्तु के अनुसार, ड्राइंग रूम या हॉल में दर्पण को पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर लगाना सबसे अच्छा होता है। यह सकारात्मक ऊर्जा को घर में बढ़ाता है। इसके साथ ही शीशे पर बनने वाले प्रतिविंब से कमरा बड़ा-बड़ा लगने लगता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शीशे को दीवार पर ऐसे लगाना चाहिए कि देखने वाले का चेहरा हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो। वास्तु के अनुसार, उत्तर और पूर्व दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी हैं, इसलिए इन दिशाओं में दर्पण लगाने से घर में अच्छी ऊर्जा का प्रवाह होता है।

    मगर, यहां एक बात ध्यान देने की है कि दर्पण को मुख्य प्रवेश द्वार के ठीक सामने नहीं लगाना चाहिए। दरअसल, ऐसा होने पर ऊर्जा का प्रवाह बाधित होता है, जिससे अच्छे रिजल्ट्स नहीं मिलते हैं।

    बिस्तर के सामने न लगाएं शीशा

    वहीं, जिस जगह पर आपने दर्पण लगाया है, उसके सामने गंदगी या अव्यवस्थित चीजें बेतरतीब नहीं पड़ी होनी चाहिए। ऐसा होने पर दर्पण उन चीजों की निगेटिविटी को बढ़ा देता है। वहीं, दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवारों पर दर्पण नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, जिससे घर में परेशानी आने लगती हैं।

    यह भी पढ़ें- Feng Shui Tips: घर में पॉजिटिविटी बढ़ाने के लिए अपनाएं ये फेंगशुई टिप्स, बनी रहेगी खुशहाली

    दर्पण को बिस्तर के सामने नहीं लगाना चाहिए। यह ऐसी जगह पर नहीं होना चाहिए, जहां पर सोते समय आपका प्रतिविंब दिखता हो, क्योंकि ऐसा होने पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

    कैसा होना चाहिए दर्पण

    कमरे के आकार के हिसाब से यदि आप शीशे का बड़ा आकार चुनते हैं, तो यह न सिर्फ ज्यादा प्रकाश को रिफ्लेक्ट करता है, बल्कि उसे सुंदर भी बना देता है। दर्पण जितना ज्यादा सुंदर और डेकोरेटिव होगा, वह उतना ही ज्यादा धन को आकर्षित करता है।

    यह भी पढ़ें- भगवान गणेश को क्यों नहीं चढ़ाई जाती है तुलसी? जानें इसके पीछे की वजह

    चूंकि वास्तु विज्ञान सौर ऊर्जा और पृथ्वी की चुंबकीय ऊर्जा से जुड़ा हुआ है, इसलिए कमरे में प्राकृतिक प्रकाश को बढ़ाने वाले डिजाइन को चुनना चाहिए। ड्राइंग रूम की खूबसूरती पर भी शीशे का डिजाइन चार चांद लगा देता है।

    वास्तु विज्ञान के अनुसार, डाइनिंग एरिया में दर्पण लगाने से घर में रहने वाले लोगों के बीच आपसी संबंध बेहतर होते हैं। इसके साथ ही घर के लोगों की समृद्धि भी बढ़ती है।

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।