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Tulsi Ke Niyam: घर में लगाना चाहते हैं तुलसी का पौधा, तो पहले जान लें इससे जुड़े नियम

धार्मिक मान्यता के अनुसार रोजाना तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना करने से और दीपक जलाने से घर में खुशियों का आगमन होता है और इंसान को धन का लाभ मिलता है। साथ ही मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को लगाने से संबंधित नियमों के बारे में बताया गया है जिनका पालन करने से सदैव परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Published: Sun, 10 Mar 2024 06:30 PM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2024 06:30 PM (IST)
Tulsi Ke Niyam: घर में लगाना चाहते हैं तुलसी का पौधा, तो पहले जान लें इससे जुड़े नियम

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Ke Niyam: सनातन धर्म में तुलसी का पौधा पूजनीय है। इस पौधे में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, रोजाना तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना करने से और दीपक जलाने से घर में खुशियों का आगमन होता है और इंसान को धन का लाभ मिलता है। साथ ही मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को लगाने से संबंधित नियमों के बारे में बताया गया है, जिनका पालन करने से सदैव परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। चलिए जानते हैं तुलसी लगाने के नियम के बारे में।

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तुलसी लगाने के नियम

  • तुलसी के पौधे को चौकोर आकार का गमले में लगाना चाहिए। इस तरह के गमले में तुलसी लगाने से इंसान को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
  • जमीन में तुलसी लगाने से पौधा अधिक फैलता है। मान्यता है कि जमीन में यह पौधा लगाने से तिजोरी सदैव भरी रहती है।
  • तुलसी के पौधे को भूलकर भी न टांगे। ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पौधे को टांगने से परिवार के सदस्यों पर बुरा प्रभाव पड़ता है और बनते काम बिगड़ते हैं।
  • रविवार और एकादशी को तुलसी में जल अर्पित करने की मनाही है।
  • सनातन धर्म में तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस पौधे को घर की उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि तुलसी पूजा करने से ग्रहदोष और वास्तुदोष से मुक्ति मिलती है और घर में सदैव सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है।

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डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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