Maa Laxmi: इन 2 राशियों को जरूर करनी चाहिए मां लक्ष्मी की पूजा, धन की नहीं होती कमी
ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में गुरु कमजोर होने पर जातक को करियर में मनमुताबिक सफलता नहीं मिलती है। साथ ही शुभ कामों में सफलता नहीं मिलती है। जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की पूजा करने से कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है। गुरु मजबूत होने से जातक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन भक्ति भाव से मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही वैभव लक्ष्मी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक के सुख, सौभाग्य, यश, कीर्ति, धन एवं ऐश्वर्य में वृद्धि होती है। साथ ही धन की समस्या दूर होती है।
ज्योतिष भी आर्थिक तंगी दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की की पूजा करने की सलाह देते हैं। शुक्रवार के दिन मां संतोषी की भी उपासना की जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि 2 राशि के जातकों को मां लक्ष्मी की रोजाना पूजा करनी चाहिए? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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धनु राशि
धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों पर धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। गुरु की कृपा के चलते धनु राशि के जातक धार्मिक होते हैं। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से धनु राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या शुरू होगी। इस दौरान धनु राशि के जातकों को विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ सकता है। अत: धनु राशि के जातकों को मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की नियमित रूप से पूजा करनी चाहिए।
मीन राशि
मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और आराध्य जग के नाथ भगवान विष्णु हैं। वर्तमान समय में मीन राशि के जातकों पर साढे साती का पहला चरण चल रहा है। आने वाले समय में शनिदेव के राशि परिवर्तन करने पर मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा। इस दौरान मीन राशि के जातकों को उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ सकता है। खासकर, वित्त पर व्यापक असर पड़ सकता है। इसके लिए मीन राशि के जातकों को मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने की सलाह है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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