Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Surya Dev Puja: आज जरूर करें भगवान सूर्य के इन नामों का जाप, कार्यक्षेत्र में मिलेगी मनचाही सफलता

    Updated: Sun, 22 Sep 2024 07:00 AM (IST)

    रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य नारायण की पूजा करने से जीवन की सभी मुश्किलों का अंत होता है। साथ ही मान-सम्मान और कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। यदि आप सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको रविवार के दिन उनके108 नामों (Surya Dev 108 Names Jaap) का जाप जरूर करना चाहिए।

    Hero Image
    Surya Dev Puja: आज जरूर करें भगवान सूर्य के नामों का जाप।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सूर्य देव की पूजा हिंदू धर्म में बहुत ही उत्तम मानी जाती है। रविवार का दिन सूर्य पूजन के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि उनकी पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। साथ ही घर में खुशियों का माहौल बना रहता है। ऐसे में अगर आप सूर्य देव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको रविवार के दिन सुबह पवित्र स्नान करने के बाद उन्हें जल चढ़ाना चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साथ ही उनके108 नामों का जाप करें। इसके साथ ही वहीं आसन पर बैठकर सूर्य देव का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद आरती से अपनी पूजा समाप्त करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।

    ।।सूर्यदेव 108 नाम।।

    • ॐ अरुणाय नमः
    • ॐ शरण्याय नमः
    • ॐ करुणारससिन्धवे नमः
    • ॐ असमानबलाय नमः
    • ॐ आर्तरक्षकाय नमः
    • ॐ आदित्याय नमः
    • ॐ आदिभूताय नमः
    • ॐ अखिलागमवेदिने नमः
    • ॐ अच्युताय नमः
    • ॐ अखिलज्ञाय नमः
    • ॐ अनन्ताय नमः
    • ॐ इनाय नमः
    • ॐ विश्वरूपाय नमः
    • ॐ इज्याय नमः
    • ॐ इन्द्राय नमः
    • ॐ भानवे नमः
    • ॐ इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः
    • ॐ वन्दनीयाय नमः
    • ॐ ईशाय नमः
    • ॐ सुप्रसन्नाय नमः
    • ॐ सुशीलाय नमः
    • ॐ सुवर्चसे नमः
    • ॐ वसुप्रदाय नमः
    • ॐ वसवे नमः
    • ॐ वासुदेवाय नमः
    • ॐ उज्ज्वल नमः
    • ॐ उग्ररूपाय नमः
    • ॐ ऊर्ध्वगाय नमः
    • ॐ विवस्वते नमः
    • ॐ उद्यत्किरणजालाय नमः
    • ॐ हृषीकेशाय नमः
    • ॐ ऊर्जस्वलाय नमः
    • ॐ वीराय नमः
    • ॐ निर्जराय नमः
    • ॐ जयाय नमः
    • ॐ ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः
    • ॐ ऋषिवन्द्याय नमः
    • ॐ रुग्घन्त्रे नमः
    • ॐ ऋक्षचक्रचराय नमः
    • ॐ ऋजुस्वभावचित्ताय नमः
    • ॐ नित्यस्तुत्याय नमः
    • ॐ ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः
    • ॐ उज्ज्वलतेजसे नमः
    • ॐ ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः
    • ॐ पुष्कराक्षाय नमः
    • ॐ लुप्तदन्ताय नमः
    • ॐ शान्ताय नमः
    • ॐ कान्तिदाय नमः
    • ॐ घनाय नमः
    • ॐ कनत्कनकभूषाय नमः
    • ॐ खद्योताय नमः
    • ॐ लूनिताखिलदैत्याय नमः
    • ॐ सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः
    • ॐ अपवर्गप्रदाय नमः
    • ॐ आर्तशरण्याय नमः
    • ॐ एकाकिने नमः
    • ॐ भगवते नमः
    • ॐ सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः
    • ॐ गुणात्मने नमः
    • ॐ घृणिभृते नमः
    • ॐ बृहते नमः
    • ॐ ब्रह्मणे नमः
    • ॐ ऐश्वर्यदाय नमः
    • ॐ शर्वाय नमः
    • ॐ हरिदश्वाय नमः
    • ॐ शौरये नमः
    • ॐ दशदिक्संप्रकाशाय नमः
    • ॐ भक्तवश्याय नमः
    • ॐ ओजस्कराय नमः
    • ॐ जयिने नमः
    • ॐ जगदानन्दहेतवे नमः
    • ॐ जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः
    • ॐ उच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः
    • ॐ असुरारये नमः
    • ॐ कमनीयकराय नमः
    • ॐ अब्जवल्लभाय नमः
    • ॐ अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः
    • ॐ अचिन्त्याय नमः
    • ॐ आत्मरूपिणे नमः
    • ॐ अच्युताय नमः
    • ॐ अमरेशाय नमः
    • ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः
    • ॐ अहस्कराय नमः
    • ॐ रवये नमः
    • ॐ हरये नमः
    • ॐ परमात्मने नमः
    • ॐ तरुणाय नमः
    • ॐ वरेण्याय नमः
    • ॐ ग्रहाणांपतये नमः
    • ॐ भास्कराय नमः
    • ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः
    • ॐ सौख्यप्रदाय नमः
    • ॐ सकलजगतांपतये नमः
    • ॐ सूर्याय नमः
    • ॐ कवये नमः
    • ॐ नारायणाय नमः
    • ॐ परेशाय नमः
    • ॐ तेजोरूपाय नमः
    • ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
    • ॐ सम्पत्कराय नमः
    • ॐ ऐं इष्टार्थदाय नमः
    • ॐ अं सुप्रसन्नाय नमः
    • ॐ श्रीमते नमः
    • ॐ श्रेयसे नमः
    • ॐ सौख्यदायिने नमः
    • ॐ दीप्तमूर्तये नमः
    • ॐ निखिलागमवेद्याय नमः
    • ॐ नित्यानन्दाय नमः

    यह भी पढ़ें: Ravi Pradosh Vrat 2024: कब है पितृपक्ष का प्रदोष व्रत? इस नियम से करें भगवान शिव की पूजा, जानें तिथि और समय

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।