मरने से पहले व्यक्ति को मिलते हैं ये संकेत, जानिए शास्त्रों के अनुसार मृत्यु से जुड़े कुछ रहस्य
Signs Of Death पुराणों के अनुसार मृत्यु के कुछ माह पहले ही इसके संकेत मिलने लगते हैं। लेकिन कई बार व्यक्ति इतना ज्यादा व्यस्त होता है इन संकेतों को नजरअंदाज कर देता है। जानिए कुछ ऐसे ही संकेतों के बारे में।

नई दिल्ली, Signs Of Death: जन्म के साथ-साथ मृत्यु को लेकर दुनियाभर में तमाम तरह की बातें फैली हुई है। वास्तव में मृत्यु के बाद क्या होता है इसके बारे में किसी को नहीं पता है। बस शास्त्रों, उपनिषदों का मत देते हुए स्वर्ग और नर्क की बात करते हैं। मनुष्य के जन्म मां के गर्भ में नौ माह रहने के बाद होता है। इसी तरह माना जाता है कि व्यक्ति के मौत के ठीक नौ माह पहले से ही ऐसी घटनाएं होने लगती है, जो मृत्यु का संकेत देती हैं। लेकिन भागदौड़ भरी लाइफ में इन संकेतों को जरा सा भी ध्यान नहीं देते हैं।
गरुड़ पुराण, सामुद्रिक शास्त्र, स्वप्न शास्त्र आदि पुराणों के अनुसार, व्यक्ति की मृत्यु के छह माह पहले ही चला जा सकता है। लेकिन आखिरी तीन दिन पहले सिर्फ देवता या फिर व्यक्ति के कर्म ही इसे टाल सकते हैं। जानिए मृत्यु आने से पहले व्यक्ति को किस तरह के संकेत मिलने लगते हैं।
पहला संकेत
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की हथेलियां में मौजूद रेखाएं भी मृत्यु का संकेत देने लगती है। जब व्यक्ति की मृत्यु आने वाली होती है, तो हथेली में मौजूद रेखाएं हल्की और अस्पष्ट हो जाती है।
दूसरा संकेत
जब व्यक्ति की मृत्यु नजदीक आती है तो उसे अपने आसपास कुछ सायों के होने का एहसास होने लगता है। कई लोगों को अपने पूर्वज ही नजर आने लगते हैं।
तीसरा संकेत
अगर किसी व्यक्ति को कमजोरी की शिकायत नहीं है, तो अचानक से उठते, बैठते या फिर सफर करते समय आंखों के सामने अचानक अंधेरा सा छा जाता है। अगर यह चीज बार बार हो रही है तो तुरंत ही सतर्क हो जाए।
चौथा संकेत
अगर किसी व्यक्ति को पानी, तेल, शीशा या फिर अपनी ही परछाई अजब तरह की दिखने लगे, तो समझ लें कि मृत्यु के कुछ ही माह शेष है।
पांचवां संकेत
कई लोगों को अशुभ संकेत नजर आने लगते हैं। अगर व्यक्ति खुद को गधे में सवार होकर यात्रा करते हुए देखता है, सपने में मृत या पूर्वज व्यक्ति को देखना आदि भी मृत्यु के करीब आने के संकेत हो सकते हैं।
छठा संकेत
गरुड़ पुराण के अनुसार जब व्यक्ति की मृत्यु बिल्कुल नजदीक आ जाती है, तो व्यक्ति को करीब बैठा इंसान भी नजर नहीं आता है। ऐसे समय में व्यक्ति के यम के दूत नजर आने लगते हैं।
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