Shukravar Vrat: शुक्रवार के व्रत करने से आपके जीवन में होंगे ये 7 महत्वपूर्ण लाभ
Shukravar Vrat अगर आप बहुत दिनों से अदालत के चक्कर काट रहे हैं और कोई हल नहीं मिल रहा है तो शुक्रवार के व्रत का पालन करें। इससे अदालत में आपके केस का जल्द से जल्द निपटारा हो सकता है।

Shukravar Vrat : हिंदी पंचांग के अनुसार सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवता को समर्पित हैं। इसी तरह शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी और माता संतोषी को समर्पित किया गया है। माता संतोषी अपने भक्तों का पूरा ख्याल रखती हैं, वहीं माता लक्ष्मी अपने भक्तों को धन वैभव देती हैं। मान्यता है कि जो जातक शुक्रवार के दिन पूरे सच्चे मन और भक्ति भाव के साथ शुकव्रार व्रत रखता है , उसकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस वजह से हमें इस दिन विधिपूर्वक व्रत का पालन करना चाहिए। आइये जानते हैं कि शुकव्रार व्रत रखने से जातक को कौन- कौन से लाभ मिलते हैं।
शुकव्रार व्रत के लाभ
1. शुक्रवार व्रत से बहुत समय से रूके काम भी पूरे हो जाते हैं। कहा जाता है कि अगर किसी काम में रूकावट आ रही है तो आपको इस व्रत का पालन करना चाहिए।
2. शुक्रवार के व्रत से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है, जिससे परिवार में खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
3. शुक्रवार के व्रत से अविवाहित कन्या को सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है, इसीलिए अविवाहित कन्याएं इस व्रत को पूरे श्रद्धा भाव से करती हैं।
4. शुक्रवार के व्रत से परीक्षा में असफल हो रहे व्यक्ति को सफलता मिलती है। मान्यता है कि इस व्रत से परीक्षा में अपार सफलता प्राप्त होती है।
5. अगर आप बहुत दिनों से अदालत के चक्कर काट रहे हैं और कोई हल नहीं मिल रहा है, तो शुक्रवार के व्रत का पालन कीजिये। इससे अदालत में आपके केस का जल्द से जल्द निपटारा हो सकता है।
6. शुक्रवार के व्रत से नि:संतान दंपत्ति को संतान सुख की प्राप्ति होती है, इस लिए विवाहित महिलाएं भी इस व्रत को पूरे श्रद्धा भाव से रखती हैं।
7. शुक्रवार के व्रत से व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है। इस व्रत से व्यापार में लगातार हो रहे घाटे से बचा जा सकता है।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।