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    Shukra Pradosh Vrat पर पूजा के समय करें मां दुर्गा के नामों का जप, खुशियों से भर जाएगा जीवन

    ज्योतिषियों की मानें तो शुक्र प्रदोष व्रत (Shukra Pradosh Vrat Puja Vidhi) पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में महादेव और मां पार्वती की पूजा करने से शुभ कामों में सफलता मिलेगी। साथ ही घर में सुख समृद्धि एवं खुशहाली आएगी। साधक श्रद्धा भाव से प्रदोष व्रत भगवान शिव और जगत जननी मां पार्वती की पूजा करते हैं।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 24 Apr 2025 09:30 PM (IST)
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    Shukra Pradosh Vrat 2025: भगवान शिव को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है। यह पर्व पूर्णतया देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव और जगत की देवी मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।

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    वैदिक पंचांग के अनुसार, 25 अप्रैल को प्रदोष व्रत है। शुक्रवार के दिन पड़ने के चलते यह शुक्र प्रदोष व्रत कहलाएगा। शुक्र प्रदोष व्रत करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही साधक पर भगवान शिव की कृपा बरसती है। उनकी कृपा से जीवन में व्याप्त हर परेशानी दूर हो जाती है। अगर आप भी दुखों से निजात और जीवन में सफल होना चाहते हैं, तो शुक्र प्रदोष व्रत पर पूजा के समय मां दुर्गा के नामों का जप करें।

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    मां दुर्गा के 108 नाम

    1. ॐ श्रियै नमः

    2. ॐ उमायै नमः

    3. ॐ भारत्यै नमः

    4. ॐ भद्रायै नमः

    5. ॐ शर्वाण्यै नमः

    6. ॐ विजयायै नम

    7. ॐ जयायै नमः

    8. ॐ वाण्यै नमः

    9. ॐ सर्वगतायै नमः

    10. ॐ गौर्यै नमः

    11. ॐ वाराह्यै नमः

    12. ॐ कमलप्रियायै नमः

    13. ॐ सरस्वत्यै नमः

    14. ॐ कमलायै नमः

    15. ॐ मायायै नमः

    16. ॐ मातंग्यै नमः

    17. ॐ अपरायै नमः

    18. ॐ अजायै नमः

    19. ॐ शांकभर्यै नमः

    20. ॐ शिवायै नमः

    21. ॐ चण्डयै नमः

    22. ॐ कुण्डल्यै नमः

    23. ॐ वैष्णव्यै नमः

    24. ॐ क्रियायै नमः

    25. ॐ श्रियै नमः

    26. ॐ ऐन्द्रयै नमः

    27. ॐ मधुमत्यै नमः

    28. ॐ गिरिजायै नमः

    29. ॐ सुभगायै नमः

    30. ॐ अंबिकायै नमः

    31. ॐ तारायै नमः

    32. ॐ पद्मावत्यै नमः

    33. ॐ हंसायै नमः

    34. ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नमः

    35. ॐ अपर्णायै नमः

    36. ॐ ललितायै नमः

    37. ॐ धात्र्यै नमः

    38. ॐ कुमार्यै नमः

    39. ॐ शिखवाहिन्यै नमः

    40. ॐ शांभव्यै नमः

    41. ॐ सुमुख्यै नमः

    42. ॐ मैत्र्यै नमः

    43. ॐ त्रिनेत्रायै नमः

    44. ॐ विश्वरूपिण्यै नमः

    45. ॐ आर्यायै नमः

    46. ॐ मृडान्यै नमः

    47. ॐ हींकार्यै नमः

    48. ॐ क्रोधिन्यै नमः

    49. ॐ सुदिनायै नमः

    50. ॐ अचलायै नमः

    51. ॐ सूक्ष्मायै नमः

    52. ॐ परात्परायै नमः

    53. ॐ शोभायै नमः

    54. ॐ सर्ववर्णायै नमः

    55. ॐ हरप्रियायै नमः

    56. ॐ महालक्ष्म्यै नमः

    57. ॐ महासिद्धयै नमः

    58. ॐ स्वधायै नमः

    ॐ. स्वाहायै नमः

    60. ॐ मनोन्मन्यै नमः

    61. ॐ त्रिलोकपालिन्यै नमः

    62. ॐ उद्भूतायै नमः

    63. ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः

    64. ॐ त्रिपुरान्तक्यै नमः

    65. ॐ त्रिशक्त्यै नमः

    66. ॐ त्रिपदायै नमः

    67. ॐ दुर्गायै नमः

    68. ॐ ब्राह्मयै नमः

    69. ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नमः

    70. ॐ पुष्करायै नमः

    71. ॐ अत्रिसुतायै नमः

    72. ॐ गूढ़ायै नमः

    73. ॐ त्रिवर्णायै नमः

    74. ॐ त्रिस्वरायै नमः

    75. ॐ त्रिगुणायै नमः

    76. ॐ निर्गुणायै नमः

    77. ॐ सत्यायै नमः

    78. ॐ निर्विकल्पायै नमः

    79. ॐ निरंजिन्यै नमः

    80. ॐ ज्वालिन्यै नमः

    81. ॐ मालिन्यै नमः

    82. ॐ चर्चायै नमः

    83. ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नमः

    84. ॐ कामाक्ष्यै नमः

    85. ॐ कामिन्यै नमः

    86. ॐ कान्तायै नमः

    87. ॐ कामदायै नमः

    88. ॐ कलहंसिन्यै नमः

    89. ॐ सलज्जायै नमः

    90. ॐ कुलजायै नमः

    91. ॐ प्राज्ञ्यै नमः

    92. ॐ प्रभायै नमः

    93. ॐ मदनसुन्दर्यै नमः

    94. ॐ वागीश्वर्यै नमः

    95. ॐ विशालाक्ष्यै नमः

    96. ॐ सुमंगल्यै नमः

    97. ॐ काल्यै नमः

    98. ॐ महेश्वर्यै नमः

    99. ॐ चण्ड्यै नमः

    100. ॐ भैरव्यै नमः

    101. ॐ भुवनेश्वर्यै नमः

    102. ॐ नित्यायै नमः

    103. ॐ सानन्दविभवायै नमः

    104. ॐ सत्यज्ञानायै नमः

    105. ॐ तमोपहायै नमः

    106. ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नमः

    107. ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः

    108. ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नमः

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।