Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Sheetala Ashtami 2025: आज है शीतला अष्टमी, जानिए पूजा विधि, मंत्र और मां के प्रिय भोग

    Updated: Sat, 22 Mar 2025 09:49 AM (IST)

    शीतला अष्टमी का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह शीतला माता को समर्पित है। इस दिन भक्त शीतला माता की पूजा करते हैं और उन्हें बासी भोजन का भोग लगाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन (Sheetala Ashtami 2025) शीतला माता की पूजा करने से सभी बीमारियों से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख-शांति का वास होता है।

    Hero Image
    Sheetala Ashtami 2025: शीतला अष्टमी पूजा विधि।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शीतला अष्टमी, जिसे बसोड़ा या बासोड़ा के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह शुभ व्रत 22 मार्च यानी आज के दिन रखा जा रहा है। यह त्योहार शीतला माता को समर्पित है। इस दिन (Sheetala Ashtami 2025) जो भक्त देवी शीतला माता की पूजा करते हैं और उन्हें मां की विशेष कृपा मिलती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है, तो चलिए देवी की पूजा विधि और प्रिय भोग के बारे में जानते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शीतला अष्टमी पूजा विधि (Sheetala Ashtami 2025 Puja Vidhi)

    शीतला अष्टमी के दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और नए कपड़े पहनें। फिर देवी की मूर्ति या तस्वीर का अभिषेक करें। उन्हें फूलों और मालाओं से सजाएं हैं। कुमकुम लगाएं। शृंगार का सामान चढ़ाएं। इसके बाद शीतला माता को बासी भोजन का भोग लगाएं, जिसमें दही, चावल, रोटी और मिठाई आदि चीजें शामिल होती है। पूजा के दौरान भक्त शीतला माता के मंत्रों, कथा और आरती का पाठ करें। अंत में पूजा के दौरान हुई सभी गलतियों के लिए माफी मांगे और मां से अपनी प्रार्थना बोलें।

    शीतला अष्टमी पूजा समय (Sheetala Ashtami 2025 Puja Muhurat)

    • अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक
    • विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 19 मिनट तक।

    मां शीतला पूजन मंत्र (Sheetala Ashtami 2025 Mantra)

    • शीतले त्वं जगन्माता शीतले त्वं जगत्पिता।

      शीतले त्वं जगद्धात्री शीतलायै नमो नमः।।

    यह भी पढ़ें: Sheetala Ashtami 2025: शीतला अष्टमी पर करें इस कथा का पाठ, बरसेगी माता रानी की कृपा

    शीतला अष्टमी भोग (Sheetala Ashtami 2025 Bhog)

    शीतला अष्टमी के दिन देवी शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है। इस भोजन को एक दिन पहले तैयार किया जाता है और इसे ठंडा होने के बाद ही मां को अर्पित किया जाता है। इस भोग में दही, चावल, रोटी, मिठाई और मीठी पूरी आदि चीजें शामिल हैं।

    कैसे रखा जाता है व्रत? (Kaise Rakhen Vrat?)

    शीतला अष्टमी के दिन कई भक्त व्रत रखते हैं। इस व्रत में वे दिन भर कुछ भी नहीं खाते हैं, सिर्फ पानी या फिर फलहारी से व्रत रखते हैं। व्रत शाम को शीतला माता की पूजा के बाद तोड़ा जाता है।

    शीतला अष्टमी पर इन बातों का रखें ध्यान (Sheetala Ashtami 2025 Vrat Rules)

    • इस दिन गरीबों को भोजन और कपड़े का दान करें।
    • मां शीतला के मंदिरों में दर्शन के लिए जाएं।
    • तामसिक चीजों से परहेज करें।
    • किसी के साथ विवाद करने से बचें।

    यह भी पढ़ें: Aaj Ka Panchang 22 March 2025: आज है शीतला अष्टमी, नोट करें शुभ मुहूर्त और पढ़ें दैनिक पंचांग

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।