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    Shardiya Navratri 2025 Day 7: इस विधि से करें पूजा, नोट करें मां काली के भोग और मंत्र

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 10:33 AM (IST)

    शारदीय नवरात्र के सातवें दिन (Shardiya Navratri 2025 Day 7) मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। महासप्तमी का सनातन धर्म में बड़ा महत्व है और यह दुर्गा पूजा की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन देवी काली की पूजा करने से सभी कष्टों का अंत होता है। साथ ही शुत्रओं का नाश होता है।

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    Shardiya Navratri 2025 Day 7: शारदीय नवरात्र का सातवां दिन आज।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shardiya Navratri 2025 Day 7: शारदीय नवरात्र का सातवां दिन महासप्तमी के नाम से जाना जाता है। यह मां दुर्गा के सातवें और सबसे उग्र स्वरूप मां कालरात्रि को समर्पित है। देवी का रंग अंधकार के समान काला है, बाल बिखरे हुए हैं और गले में बिजली सी चमकने वाली माला है। मां का यह स्वरूप दिखने में भले ही रौद्र हो, लेकिन उनका हृदय बहुत ही सरल है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में देवी की पूजा विधि से लेकर सबकुछ जानते हैं।

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    मां कालरात्रि की पूजा विधि (Shardiya Navratri 2025 Day 7 Puja Rituals)

    • सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
    • इसके बाद हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर व्रत का संकल्प लें।
    • पूजा स्थल पर मां कालरात्रि की प्रतिमा स्थापित करें।
    • मां को लाल चंदन, रोली, अक्षत, धूप और गुड़हल के फूल अर्पित करें।
    • मां के सामने घी का दीपक जलाएं।
    • गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाएं।
    • दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मां कालरात्रि की भाव के साथ आरती करें।

    महासप्तमी का धार्मिक महत्व (Shardiya Navratri 2025 Day 7 Significance)

    महासप्तमी का सनातन धर्म में अत्यधिक महत्व है। यह तिथि दुर्गा पूजा की शुरुआत का प्रतीक है। बंगाल और पूर्वी भारत में, महासप्तमी के दिन दुर्गा पूजा के मुख्य उत्सव की शुरुआत होती है। मां कालरात्रि साधकों को हमेशा शुभ फल देने वाली हैं, इसलिए उन्हें 'शुभंकारी' भी कहा जाता है। वहीं, तांत्रिक साधकों के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, जब वे खास सिद्धियां पाने के लिए देवी की उपासना करते हैं।

    शुभ मुहूर्त (Shardiya Navratri 2025 Day 7 Shubh Muhurat)

    • अभिजीत मुहूर्त - प्रातः 11 बजकर 47 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक
    • अमृत काल - 30 सितंबर रात्रि 11 से 15 मिनट रात्रि 01 बजकर 01 मिनट तक।

    मां कालरात्रि के प्रिय भोग (Shardiya Navratri 2025 Day 7 Bhog)

    इस दिन मां को गुड़ या गुड़ से बने मालपुए का भोग जरूर लगाएं। ऐसी मान्यता है कि इस भोग को अर्पित करने से मां कालरात्रि खुश होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।

    मां कालरात्रि के चमत्कारी मंत्र (Day 7 Puja Mantra)

    • ॐ देवी कालरात्र्यै नमः
    • ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कालरात्र्यै नमः
    • ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ
    • या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता।

      नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।