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    Shanivar Ke Upay: शनिदेव की पीड़ा से मिलेगा छुटकारा, शनिवार के दिन करें ये शक्तिशाली उपाय

    By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi Dwivedi
    Updated: Sat, 25 Nov 2023 07:00 AM (IST)

    Shanivar Ke Upay शनिवार का दिन भगवान शनि की पूजा के लिए समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पूजा के साथ - साथ अपने कर्मों पर भी ध्यान रखना पड़ता है। हालांकि ज्योतिष शास्त्र में शनि देव के प्रकोप को कम करने लिए कई सारे उपाय बताए गए हैं तो आइए जानते हैं-

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    शनि पीड़ा को कम करने के उपाय

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shanivar Ke Upay: शनिवार के दिन भगवान शनि की पूजा की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पूजा के साथ - साथ अपने कर्मों पर भी ध्यान रखना पड़ता है। हालांकि ज्योतिष शास्त्र में शनि देव के प्रकोप को कम करने लिए कई सारे उपाय बताए गए हैं, तो आइए जानते हैं-

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    शनि पीड़ा को कम करने के उपाय

    • अगर आप भगवान शनि को प्रसन्न करना चाहते हैं, या शनि दोष का निवारण चाहते हैं, तो शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर उन्हें सरसों का तेल अर्पित करें। इस उपाय को 8 शनिवार लगातार करें।
    • साढ़े साती या ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार के दिन मीठी रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं। इस उपाय को करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। साथ ही जीवन में आ रही मुश्किलों से निजात मिलता है।
    • शनि प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के समक्ष सरसों के तेल का दीया जलाएं। 108 बार शनि के किसी भी मंत्र (शं शनैश्चरायः नमः) का जाप करें। ऐसा करने से शनि देव की कृपा मिलती है।
    • शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए किसी भी शनिवार को पीपल के वृक्ष पर सरसों का तेल चढ़ाएं। शनि देव को सरसों का तेल बेहद प्रिय है। ऐसे में यह उपाय रामबाण की तरह है। साथ ही इस उपाय को लगातार करने से जीवन में आ रही कठिनाइयां जल्द समाप्त हो जाएंगी।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'