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    Shaniwar Ke Upay: शनिवार के दिन जरूर करें छाया का दान, इन कार्यों से बनाएं दूरी

    शनिवार का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन न्याय के देवता की पूजा होती है। कहते हैं कि जो लोग शनि महाराज की पूजा-अर्चना करते हैं उनके ऊपर कभी किसी तरह की मुसीबत नहीं आती है। साथ ही सभी संकटों से रक्षा होती है। वहीं शनिवार की शाम पीपल के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाना भी बहुत शुभ माना जाता है।

    By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 04 Jan 2025 06:30 AM (IST)
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    Shaniwar Ke Upay: शनिवार के दिन करें ये चमत्कारी उपाय।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shaniwar Ke Upay: भगवान शनि की पूजा का विशेष महत्व है। शनिवार के दिन भगवान शनि की पूजा होती है। माना जाता है कि जो लोग शनिवार के दिन व्रत रखते हैं और शाम के समय पीपल के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं, उन्हें साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से राहत मिलती है। इसलिए सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें। फिर विधिपूर्वक न्याय के देवता की पूजा करें। उनके नामों का जाप करें। अंत में आरती करें।

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    फिर शाम के समय किसी शनि मंदिर में जाकर शनि देव की प्रतिमा में सरसों का तेल चढ़ाएं। गरीबों की मदद करें। इससे आपके जीवन सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। साथ ही भगवान शनि खुश होंगे।

    शनिवार के दिन न करें ये काम

    • महिलाओं का अपमान न करें।
    • किसी जानवर को परेशान करने से बचें।
    • इस दिन काले कपड़े से परहेज करें।
    • तामसिक भोजन का सेवन न करें।

    शनिवार को करें छाया का दान

    शनिवार के दिन एक कटोरी सरसों के तेल में अपनी परछाई देखें और फिर उसका दान तेल मांगने वाले व्यक्ति को कर दें। इसके साथ ही उस व्यक्ति को गर्म कपड़े, भोजन व कुछ धन भी जरूर दें। इससे शनि दोष से राहत मिलेगी। साथ ही न्याय के देवता खुश होंगे।

    ।।शनिदेव के 108 नाम ।।

    • ऊँ शनैश्चराय नमः
    • ऊँ शान्ताय नमः
    • ऊँ सर्वाभीष्टप्रदायिने नमः
    • ऊँ शरण्याय नमः
    • ऊँ वरेण्याय नमः
    • ऊँ सर्वेशाय नमः
    • ऊँ सौम्याय नमः
    • ऊँ सुरवन्द्याय नमः
    • ऊँ सुरलोकविहारिणे नमः
    • ऊँ सुखासनोपविष्टाय नमः
    • ऊँ सुन्दराय नमः
    • ऊँ घनाय नमः
    • ऊँ घनरूपाय नमः
    • ऊँ घनाभरणधारिणे नमः
    • ऊँ घनसारविलेपाय नमः
    • ऊँ खद्योताय नमः
    • ऊँ मन्दाय नमः
    • ऊँ मन्दचेष्टाय नमः
    • ऊँ महनीयगुणात्मने नमः
    • ऊँ मर्त्यपावनपदाय नमः
    • ऊँ महेशाय नमः
    • ऊँ छायापुत्राय नमः
    • ऊँ शर्वाय नमः
    • ऊँ शततूणीरधारिणे नमः
    • ऊँ चरस्थिरस्वभा वाय नमः
    • ऊँ अचञ्चलाय नमः
    • ऊँ नीलवर्णाय नम:
    • ऊँ नित्याय नमः
    • ऊँ नीलाञ्जननिभाय नमः
    • ऊँ नीलाम्बरविभूशणाय नमः
    • ऊँ निश्चलाय नमः
    • ऊँ वेद्याय नमः
    • ऊँ विधिरूपाय नमः
    • ऊँ विरोधाधारभूमये नमः
    • ऊँ भेदास्पदस्वभावाय नमः
    • ऊँ वज्रदेहाय नमः
    • ऊँ वैराग्यदाय नमः
    • ऊँ वीराय नमः
    • ऊँ वीतरोगभयाय नमः
    • ऊँ विपत्परम्परेशाय नमः
    • ऊँ विश्ववन्द्याय नमः
    • ऊँ गृध्नवाहाय नमः
    • ऊँ गूढाय नमः
    • ऊँ कूर्माङ्गाय नमः
    • ऊँ कुरूपिणे नमः
    • ऊँ कुत्सिताय नमः
    • ऊँ गुणाढ्याय नमः
    • ऊँ गोचराय नमः
    • ऊँ अविद्यामूलनाशाय नमः
    • ऊँ विद्याविद्यास्वरूपिणे नमः
    • ऊँ आयुष्यकारणाय नमः
    • ऊँ आपदुद्धर्त्रे नमः
    • ऊँ विष्णुभक्ताय नमः
    • ऊँ वशिने नमः
    • ऊँ विविधागमवेदिने नमः
    • ऊँ विधिस्तुत्याय नमः
    • ऊँ वन्द्याय नमः
    • ऊँ विरूपाक्षाय नमः
    • ऊँ वरिष्ठाय नमः
    • ऊँ गरिष्ठाय नमः
    • ऊँ वज्राङ्कुशधराय नमः
    • ऊँ वरदाभयहस्ताय नमः
    • ऊँ वामनाय नमः
    • ऊँ ज्येष्ठापत्नीसमेताय नमः
    • ऊँ श्रेष्ठाय नमः
    • ऊँ मितभाषिणे नमः
    • ऊँ कष्टौघनाशकर्त्रे नमः
    • ऊँ पुष्टिदाय नमः
    • ऊँ स्तुत्याय नमः
    • ऊँ स्तोत्रगम्याय नमः
    • ऊँ भक्तिवश्याय नमः
    • ऊँ भानवे नमः
    • ऊँ भानुपुत्राय नमः
    • ऊँ भव्याय नमः
    • ऊँ पावनाय नमः
    • ऊँ धनुर्मण्डलसंस्थाय नमः
    • ऊँ धनदाय नमः
    • ऊँ धनुष्मते नमः
    • ऊँ तनुप्रकाशदेहाय नमः
    • ऊँ तामसाय नमः
    • ऊँ अशेषजनवन्द्याय नमः
    • ऊँ विशेशफलदायिने नमः
    • ऊँ वशीकृतजनेशाय नमः
    • ऊँ पशूनां पतये नमः
    • ऊँ खेचराय नमः
    • ऊँ खगेशाय नमः
    • ऊँ घननीलाम्बराय नमः
    • ऊँ काठिन्यमानसाय नमः
    • ऊँ आर्यगणस्तुत्याय नमः
    • ऊँ नीलच्छत्राय नमः
    • ऊँ नित्याय नमः
    • ऊँ निर्गुणाय नमः
    • ऊँ गुणात्मने नमः
    • ऊँ निरामयाय नमः
    • ऊँ निन्द्याय नमः
    • ऊँ वन्दनीयाय नमः
    • ऊँ धीराय नमः
    • ऊँ दिव्यदेहाय नमः
    • ऊँ दीनार्तिहरणाय नमः
    • ऊँ दैन्यनाशकराय नमः
    • ऊँ आर्यजनगण्याय नमः
    • ऊँ क्रूराय नमः
    • ऊँ क्रूरचेष्टाय नमः
    • ऊँ कामक्रोधकराय नमः
    • ऊँ कलत्रपुत्रशत्रुत्वकारणाय नमः
    • ऊँ परिपोषितभक्ताय नमः
    • ऊँ परभीतिहराय नमः
    • ऊँ भक्तसंघमनोऽभीष्टफलदाय नमः

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    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।