Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Sawan Somvar 2024: कब रखा जाएगा सावन का पहला सोमवार और मंगला गौरी का व्रत? यहां जानें सही तिथि

    Updated: Sun, 23 Jun 2024 09:46 AM (IST)

    सावन की शुरुआत आषाढ़ पूर्णिमा के बाद होगी। इस दौरान सावन सोमवार व्रत मंगला गौरी व्रत और सावन श्रीरात्रि जैसे पवित्र अनुष्ठान किए जाते हैं। इस साल सावन का महीना 22 जुलाई 2024 दिन सोमवार से शुरू होगा जिस वजह से यह बेहद शुभ माना जा रहा है तो चलिए इसकी तिथि और समय के बारे में जानते हैं -

    Hero Image
    Sawan Somvar 2024: सावन कब से शुरू होगा?

    धर्म डेक्स, नई दिल्ली। सावन माह सनातन धर्म का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस दौरान भक्त भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल इसकी शुरुआत आषाढ़ पूर्णिमा के बाद होगी। इस महीने सावन सोमवार व्रत, मंगला गौरी व्रत और सावन श्रीरात्रि जैसे पवित्र अनुष्ठान किए जाते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस साल सावन का महीना 22 जुलाई दिन सोमवार से शुरू होगा, जिस वजह से यह बेहद शुभ माना जा रहा है, तो चलिए इसकी तिथि और समय के बारे में जानते हैं -

    यह भी पढ़ें: Mangal Kalash Vastu Tips: घर में इस तरह करें मंगल कलश की स्थापना, ध्यान रखें ये वास्तु नियम

    सावन कब से शुरू होगा?

    हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना सोमवार, 22 जुलाई से शुरू होगा। पंचांग को देखते हुए सावन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 जुलाई, 2024 दिन रविवार को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी। उदयातिथि को देखते हुए 22 जुलाई को सावन शुरू होगा।

    सावन सोमवार व्रत तिथि

    • पहला सावन सोमवार व्रत - 22 जुलाई
    • दूसरा सावन सोमवार व्रत - 29 जुलाई
    • तीसरा सावन सोमवार व्रत - 5 अगस्त
    • चौथा सावन सोमवार व्रत - 12 अगस्त
    • पांचवां सावन सोमवार व्रत - 19 अगस्त

    मंगला गौरी व्रत तिथि

    • पहला मंगला गौरी व्रत - 23 जुलाई
    • दूसरा मंगला गौरी व्रत - 30 जुलाई
    • तीसरा मंगला गौरी व्रत - 6 अगस्त
    • चौथा मंगला गौरी व्रत - 13 अगस्त

    वहीं, इसके अलावा इस साल सावन की शिवरात्रि 2 अगस्त, 2024 दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी, जिसकी शुरुआत , 2 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से होगी। साथ ही इसका समापन अगले दिन शनिवार, 3 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 50 मिनट पर होगा।

    यह भी पढ़ें: Masik Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर ऐसे करें भैरव देव को प्रसन्न, सभी प्रकार के भय से मिलेगी मुक्ति

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।