Sawan Shivratri 2025: सावन शिवरात्रि पर क्या करें और क्या नहीं? जरूर जानें इसके नियम
आज देशभर में सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा से जीवन में खुशहाली आती है। साथ ही मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में शुभता आती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज देशभर में सावन शिवरात्रि का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन (Sawan Shivratri 2025) साधक व्रत रखते हैं और भक्ति भाव के साथ पूजा-पाठ करते हैं। इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी होता है, तो आइए सावन शिवरात्रि के नियम जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
सावन शिवरात्रि पर क्या करें? (Sawan Shivratri 2025 Dos)
- सावन शिवरात्रि पर ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
- भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें।
- भगवान शिव को बिल्व पत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र और सफेद फूल आदि अर्पित करें।
- तीन पत्तियों वाले बिल्वपत्र ही चढ़ाएं।
- 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का लगातार जाप करें।
- इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी बहुत लाभकारी माना गया है।
- जो लोग व्रत रख रहे हैं, वे फलाहार करें या फिर निर्जला व्रत रखें।
- शाम को पूजा के बाद ही व्रत खोलें।
- इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है।
- ऐसे में गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र व धन का दान करें।
- मन में बुरे विचार न लाएं।
- घर में शांति और सकारात्मकता बनाए रखें।
- इस दिन रात्रि जागरण करें।
सावन शिवरात्रि पर क्या न करें? (Sawan Shivratri 2025 Donts)
- इस दिन तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।
- भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग गलती से भी न करें।
- शिवलिंग पर हल्दी और कुमकुम न चढ़ाएं, क्योंकि यह माता पार्वती और अन्य देवियों को अर्पित किया जाता है।
- शिवलिंग पर शंख से जल न चढ़ाए।
- भगवान शिव को केतकी का फूल अर्पित नहीं किया जाता है।
- पूजा के दौरान काले कपड़े न पहनें।
- सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें।
- किसी को अपशब्द न बोलें।
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