सावन शिवरात्रि पर करें ये खास उपाय, बीमारी से छुटकारा पाने से लेकर सुख समृद्धि तक मिलेगी
सावन शिवरात्रि पर इस बार कई शुभ योग बन रहे हैं जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन शिवलिंग का जल दूध घी और शहद से अभिषेक करें। यदि आप बीमारी से परेशान हैं तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और जलाभिषेक करें। मनोकामना पूर्ति के लिए (Sawan Shivratri 2025 upay importance and Significance) 21 बेलपत्र पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखें और शिवलिंग पर चढ़ाएं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हर महीने शिवरात्रि मनाई जाती है। सावन के महीने में देवाधिदेव महादेव की पूजा और व्रत की यह तिथि इस बार 23 जुलाई को है।
इस बार की सावन शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग, गजकेसरी बुद्धादित्य राजयोग और मालव्य राजयोग बन रहे हैं। ऐसे में यह शिवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। कहते हैं कि इस दिन कुछ उपाय (Sawan Shivratri Upay) करने से कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
सावन शिवरात्रि के दिन जल, दूध, घी, शहद आदि अन्य चीजों से शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद बेलपत्र, धतूरा, फूल, फल और मिठाई आदि चढ़ाएं। इसके बाद धूप और दीप से आरती करें और अपनी मनोकामना कहें।
सावन शिवरात्रि पर करें ये उपाय
यदि आप किसी बीमारी से लंबे समय से परेशान चल रहे हैं, तो सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करें। इसके साथ ही 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से जल्द ही आरोग्य मिलता है।
21 बेल पत्र पर चंदन से "ओम नमः शिवाय" लिखें। इसके बाद शिवलिंग का जलाभिषेक करने के बाद उन बेलपत्रों को चढ़ाएं। ऐसा करने से व्यक्ति की सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सुख, समृद्धि पाने और कष्टों से छुटाकारा पाने के लिए सावन की शिवरात्रि पर जलाभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर जौ और काला तिल चढ़ाएं।
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धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर ओम नम: शिवाय मंत्र का जप करते हुए गन्ने के रस से अभिषेक करें। इससे शुभ फलों की प्राप्ति भी होती है।
यदि शनि की महादशा, अंतर्दशा, साढ़े साती या ढैय्या से परेशान चल रहे हैं, तो शिवरात्रि पर जल में काला तिल मिलाकर अभिषेक करें। इस दौरान "ओम नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें। इससे शनि की पीड़ा से जल्दी छुटकारा मिलता है।
जीवन में सकारात्मक ऊर्जा पाने के लिए सावन शिवरात्रि के दिन जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र दान करना भी शुभ माना जाता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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