Sawan 1st day 2025: आज सावन के पहले दिन इस विधि से करें पूजा, नोट करें मंत्र, भोग और शिव जी का प्रिय फूल
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है जो शिव भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। आज सावन (Sawan 2025 Day 1) का पहला दिन है। ऐसे में इस खास मौके पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विधिवत करें। साथ ही भोलेनाथ के मंत्रों का जप करें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज से सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है। यह पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है। यह माह शिव भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। कहते हैं कि इस दौरान भोलेनाथ धरती लोक पर आते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं। ऐसे में आज जब सावन (Sawan Month 2025) का पहला दिन है, तो आइए इस आर्टिक में जानते हैं कि भगवान शिव की पूजा कैसे करनी है, जिससे पूजा का पूरा फल मिल सके।
पूजा सामग्री (Sawan First Day Puja Samagri)
- भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग
- जल
- बिल्व पत्र
- धतूरा
- भांग
- दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर
- चंदन
- रोली
- अक्षत
- फूल
- धूप और दीप
- फल और मिठाई।
सावन के पहले दिन की पूजा विधि (Sawan First Day Puja Vidhi)
- पूजा शुरू करने से पहले हाथ में जल और फूल लेकर पूजा का संकल्प लें।
- सबसे पहले शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
- इसके बाद पंचामृत से अभिषेक करें।
- अभिषेक करते समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करते रहें।
- पंचामृत से अभिषेक के बाद शिवलिंग को शुद्ध जल से स्नान कराएं।
- शिवलिंग पर चंदन, रोली और अक्षत लगाएं।
- भगवान शिव को उनके प्रिय फूल, विशेष रूप से आंक के फूल और कनेर के फूल अर्पित करें।
- बिल्व पत्र और धतूरा भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं, ऐसे में ये चीजें शिव पूजन में जरूर शामिल करें।
- धूप और दीप जलाकर शिव-पार्वती की भाव के साथ आरती करें।
- अंत में पूजा में हुई सभी गलतियों के लिए माफी मांगे।
शिव पूजन मंत्र (Sawan First Day Puja Mantra)
- ॐ नमः शिवाय॥
- ॐ पार्वतीपतये नम:॥
- मन्दाकिन्यास्तु यद्वारि सर्वपापहरं शुभम् ।
तदिदं कल्पितं देव स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम् ॥
शिव जी प्रिय भोग (Sawan First Day Bhog)
भगवान शिव को भोग में खीर, बेल का फल, सफेद मिठाई और ठंडाई अर्पित कर सकते हैं।
शिव जी प्रिय फूल (Shiv Ji Priya Phool)
आक, धतूरा, शमी, बिल्व पत्र, कनेर, चमेली और सफेद फूल भोलेनाथ को बेहद प्रिय हैं।
यह भी पढ़ें: Sawan 2025: सावन में शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं जल? जानिए इसका सही नियम और पूजन मंत्र
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।