Samudrik Shastra: चंद्र पर्वत पर तिल मानसिक परेशानी और बेचैनी का देता है संकेत, जानिए क्या उपाय करें
हस्तरेखा के आधार पर भविष्य के संकेतों के बारे में बताया जाता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, चंद्र पर्वत पर तिल होना (mole meaning on moon mount) कुछ मायनों में अच्छा संकेत नहीं देता है। आइए जानते हैं ऐसा होने पर क्या उपाय करके पा सकते हैं राहत।

चंद्र पर्वत पर तिल होने से व्यक्ति का मन रहता है अशांत
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। चंद्र पर्वत पर तिल (fortune signs in Samudrik Shastra) वाले लोगों को मानसिक परेशानी, डिप्रेशन, एंजाइटी जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। हम जो कुछ भी अच्छा या बुरा महसूस करते हैं, उसमें हमारे मन की भूमिका बहुत बड़ी होती है।
जब हमारा मन खुश होता है, तो हमें सब चीज अच्छी लगती हैं। जब मन दुखी, परेशान या अशांत होता है, तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। इसी वजह से चंद्रमा का कुंडली में मजबूत होना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। चंद्रमा कल्पनाशील होने का और अंतर्ज्ञान का भी कारक है।
…तो निगेटिव हो जाते हैं लोग
यानी कोई व्यक्ति कितना अच्छी क्रिएटिविटी दिखा सकता है, यह भी चंद्रमा है से ही पता चलता है। जिन लोगों की हथेली में तिल होता है, उनकी कल्पनाशीलता अच्छी नहीं होती। वो बहुत ज्यादा क्रिएटिव काम नहीं कर पाते हैं।
ज्यादातर नेगेटिव थॉट्स से घिरे रहते हैं। हर काम में उन्हें कमी ही नजर आती है। किसी भी चीज के अच्छे पहलू को वो देख ही नहीं पाते हैं। इसकी वजह से जीवन में उन्हें कई तरीके की परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
असफलता का भी करना पड़ता है सामना
हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार, यदि चंद्र पर्वत पर तिल आ जाता है, तो यह संकेत देता है कि चंद्रमा कुछ हद तक पीड़ित या कमजोर अवस्था में हो गया है। ऐसे लोगों का मन चंचल और अशांत भी रहता है।
कई बार देखा गया है कि चंद्र पर्वत पर तिल वाले लोगों की शादी में देरी होती है या कई तरीके की समस्याएं भी सामने आती हैं। मन के मजबूत न होने से कई बार ऐसे लोगों को असफलता कभी सामना करना पड़ता है।
चंद्रमा मजबूत हो तो हार नहीं मानता व्यक्ति
हस्तरेखा की अगर बात करें, तो हथेली में नीचे बाई तरफ का हिस्सा चंद्र पर्वत कहलाता है। यह पर्वत जितना स्पष्ट साफ और उभरा हुआ होता है, व्यक्ति का मानसिक स्तर उतना ही अच्छा होता है।
अगर यह पर्वत लाल रंग का दिख रहा है, यानी हथेली में लालिमा है तो इससे पता चलता है कि व्यक्ति मन से बहुत मजबूत है और किसी भी परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानेगा।
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ये करें उपाय…
पूर्णिमा के दिन से चंद्रमा को अर्ध्य देने की शुरूआत करें। ये प्रक्रिया पूरी जिंदगी करते रहें।
यदि रोजाना संभव नहीं हो, तो कम से कम पूर्णिमा की रात में चंद्रमा को अर्ध्य जरूर दें।
शिवलिंग पर रोजाना एक लोटा जल या दूध से अभिषेक करें, अक्षत चढ़ाकर पूजन करें।
रोजाना थोड़ा समय अपने योग और ध्यान आदि के लिए निकालें। इससे भी लाभ मिलेगा।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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