Amalaki Ekadashi 2025: आज है आमलकी एकादशी, एक क्लिक में जानें पूजा विधि से लेकर सबकुछ
फाल्गुन महीने में आने वाली आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi 2025) को बहुत शुभ माना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु और शिव जी को समर्पित है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल यह एकादशी आज यानी 10 मार्च 2025 दिन सोमवार को मनाई जा रही है तो आइए यहां एकादशी की पूजा विधि से लेकर सभी बातों को जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आमलकी एकादशी का व्रत आज रखा जा रहा है। यह विष्णु भगवान को समर्पित है। हिंदू धर्म में इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, जो साधक इस व्रत को रखते हैं, उन्हें दोगुना शुभ फल की प्राप्त होती है। माह में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एकादशी आती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल यह एकादशी आज यानी 10 मार्च 2025 दिन सोमवार को मनाई जा रही है।
माना जाता है कि जो भक्त इस दिन (Amalaki Ekadashi 2025) भक्तिपूर्ण उपासना करते हैं, उन्हें धन-वैभव और अपार यश की प्राप्ति होती है, तो आइए यहां पूजा विधि से लेकर सभी महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं।
भोग - आंवले के फल, पीली मिठाई व केसर की खीर।
आमलकी एकादशी पूजा विधि (Amalaki Ekadashi 2025 Puja Vidhi )
- भोर में उठें और स्नान करें।
- पूरे घर में गंगाजल छिड़कें।
- एक वेदी लें, उसपर भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और शिव-पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
- देसी घी का दीपक जलाएं।
- उनका पंचामतृ और गंगाजल से अभिषेक करें।
- फिर उन्हें फूल-माला चढ़ाएं, चंदन का तिलक लगाएं।
- पूजा में तुलसी पत्र शामिल करें।
- पंचामृत, फल और केसर की खीर व घर पर बना प्रसाद अर्पित करें।
- एकादशी कथा का पाठ करें और श्री हरि के मंत्रों का जाप करें।
- आरती से पूजा को पूरी करें और परिवार के सभी सदस्यों में प्रसाद बांटें।
- इस दिन चावल से परहेज करें।
- अगले दिन प्रसाद से पारण समय के अनुसार व्रत खोलें।
पूजा मुहूर्त (Amalaki Ekadashi 2025 Puja Time)
हिंदू पंचांग के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 36 मिनट से रात 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। शोभन योग सुबह से दोपहर 01 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही पुष्य नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। अभिजीत मुहूर्त शाम 06 बजकर 12 मिनट से दोपहर 07 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। अमृत काल दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से सुबह 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
आमलकी एकादशी पारण मुहूर्त (Amalaki Ekadashi 2025 Parana Samay)
आमलकी एकादशी का पारण 11 मार्च को सुबह 06 बजकर 35 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट के बीच होगा। पारण मुहूर्त के अनुसार ही करें। साथ ही इससे पहले कुछ दान-पुण्य जरूर करें। इससे अक्षय फलों की प्राप्त होगा।
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