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    Ram Navami 2025: राम नवमी पर इस विधि से करें पूजा, जानें डेट, पूजा मुहूर्त, मंत्र और भोग

    Updated: Sun, 06 Apr 2025 08:56 AM (IST)

    राम नवमी (Ram Navami 2025) का पर्व बहुत शुभ माना जाता है। यह हर साल चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा होती है। इस साल राम नवमी 6 अप्रैल यानी आज मनाई जा रही है। इस शुभ दिन पर भगवान राम को प्रसन्न करने के लिए आइए यहां पूजा विधि मंत्र भोग से लेकर सबकुछ जानते हैं।

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    Ram Navami 2025: राम नवमी पूजा विधि।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। राम नवमी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आता है। सनातन धर्म में इसका बड़ा महत्व है। इस साल राम नवमी दिन रविवार यानी 6 अप्रैल, 2025 यानी आज मनाई जा रही है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, भगवान राम की पूजा-अर्चना करते हैं और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेते हैं, तो आइए इस महापर्व (Ram Navami 2025) से जुड़ी सभी बातों को जानते हैं, जो यहां दी गई हैं।

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    राम नवमी पूजा मुहूर्त (Ram Navami 2025 Puja Muhurat)

    राम नवमी के दिन पूजा का विशेष महत्व होता है और शुभ मुहूर्त में पूजा करना फलदायी माना जाता है। राम नवमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 6 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 8 मिनट से दोपहर 1 बजकर 39 मिनट तक का है। वहीं, राम नवमी का मध्याह्न मुहूर्त सुबह 11 बजकर 7 मिनट से लेकर से दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप पूजा-पाठ कर सकते हैं।

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    राम नवमी पूजा विधि (Ram Navami 2025 Puja Method)

    • राम नवमी के दिन सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
    • घर के मंदिर को साफ करें और भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें।
    • पूजा शुरू करने से पहले हाथ में जल, अक्षत और पुष्प लेकर व्रत का संकल्प लें।
    • भगवान का आह्वान करें।
    • मूर्तियों को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं।
    • फिर उन्हें नए वस्त्र और आभूषण अर्पित करें।
    • भगवान को फल, फूल, मिठाई और विशेष रूप से पंजीरी और खीर का भोग लगाएं।
    • पूजा में तुलसी दल जरूर शामिल करें।
    • धूप, दीप और कपूर से आरती करें।
    • इन मंत्रों का "ॐ श्री राम जय राम जय जय राम", "राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सहस्त्र नाम तत् तुल्यं राम नाम वरानने॥" जाप करें।
    • रामचरितमानस या रामायण का पाठ करें।
    • भगवान राम की भाव के साथ आरती करें।
    • पूजा में हुई किसी भी भूल-चूक के लिए माफी मांगे।

    राम नवमी भोग (Ram Navami 2025 Bhog)

    राम नवमी के दिनभगवान राम को विशेष रूप से पंजीरी व खीर का भोग लगाया जाता है। इसके अलावा फल, मिठाई, और अन्य पारंपरिक भोग अर्पित कर सकते हैं।

    पूजा के लाभ (Ram Navami 2025 Puja Benefits)

    राम नवमी का पर्व हमेंभगवान राम के आदर्शों - सत्य, धर्म, मर्यादा और त्याग - की याद दिलाता है। इसके साथ ही इस दिन श्रद्धापूर्वक पूजा-पाठ करने से भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।