Pradosh Vrat 2023 Upay: दिसंबर के पहले प्रदोष व्रत पर करें ये खास उपाय, खुशियों से भर जाएगा जीवन
Shukra Pradosh Vrat 2023 हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत पर भगवान शिव जी को समर्पित माना गया है। जो साधक इस विशेष दिन पर व्रत और विधि-विधान के साथ महादेव जी की आराधना करना है उसे जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसे में आप प्रदोष व्रत के दिन कुछ विशेष उपायों द्वारा महादेव की कृपा के पात्र बन सकते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 05 Dec 2023 03:58 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pradosh Vrat 2023 Date: प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि पड़ते पर प्रदोष व्रत किया जाता है। हर महीने में दो बार प्रदोष व्रत किए जाते हैं, पहला व्रत कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में किया जाता है। ऐसे में 10 दिसंबर को दिसंबर माह का पहला प्रदोष व्रत किया जाएगा। यह व्रत रविवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए इसे रवि प्रदोष व्रत भी कह सकते हैं।
प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat Shubh muhurat)
मार्गशीर्ष माह की शुक्ल त्रयोदशी तिथि 10 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 13 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इसका समापन 11 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 10 मिनट पर हो रहा है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार प्रदोष व्रत 10 दिसंबर, रविवार के दिन किया जाएगा। इस दौरान पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 25 मिनट से रात 08 बजकर 08 मिनट तक रहेगा।
करें ये उपाय
प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग की पूजा के दौरान जल अर्पित करें। इसके बाद इसमें से थोड़ा सा जल अपने घर पर ले आएं और उसे संभालकर मंदिर में रख दें। अपने प्रदोष व्रत का पारण करने के लिए इसी जल को ग्रहण करें।यह भी पढ़ें - Utpanna Ekadashi 2023: उत्पन्ना एकादशी पर राशि अनुसार करें भगवान विष्णु का अभिषेक, दूर हो जाएंगे दुख और संताप
वैवाहिक जीवन में आएंगी खुशियां
प्रदोष व्रत पर भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। इसके साथ ही माता पार्वती को शृंगार की सामग्री अर्पित करें। ऐसा करने से साधक का वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहता है।करें इन चीजों का दान
प्रदोष व्रत के दिन सफेद वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। साथ ही आप इस दिन किसी जरूरतमंद को सफेद वस्त्र का दान कर सकते हैं। ऐसा करने से साधक को करियर के क्षेत्र में उन्नति मिलती है।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करेंडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'