Pitru Paksha 2023: जान लीजिए पितृ पक्ष के नियम, इस दौरान क्या खरीदें और क्या नहीं
Pitru Paksha 2023 सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दौरान स्नान-ध्यान तर्पण श्राद्ध कर्म आदि करने से व्यक्ति को पितरों की आत्मा को शांति मिलती है साथ ही उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। शास्त्रों में पितृ पक्ष के दौरान कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना जरूरी माना गया है।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Pitru Paksha ke Niyam: पितृपक्ष या श्राद्ध में पितरों की आत्मा की शांति और उनका मोक्ष दिलाने के लिए दर्पण और पिंडदान आदि कार्य किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान हमारे पूर्वज मृत्युलोक पर हमसे मिलने आते हैं। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान कुछ चीजों को खरीदना आपके हित में नहीं होता। वहीं, कुछ चीजों को खरीदकर घर लाने से आपके भाग्य में वृद्धि हो सकती है।
किस तिथि से शुरू होते हैं पितृ पक्ष
पितृपक्ष हर साल शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के साथ शुरू होकर कृष्ण पक्ष की अमावस्या तक चलते हैं। पितृ पक्ष की अवधि 15 दिनों की होती है। इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरुआत 28 सितंबर से हो रही है, जो 14 अक्टूबर तक चलेगा।
ये कार्य होते हैं वर्जित
मान्यताओं के अनुसार, अगर आप पितृ पक्ष में कोई नया सामान खरीदते हैं तो उसमें प्रेत का वास होता है। पितृ पक्ष में विवाह, सगाई, मुंडन, उपनयन संस्कार आदि जैसे मांगलिक कार्य करने वर्जित होते हैं। श्राद्ध के दौरान किसी भी तरह के नए बिजनेस की शुरुआत करना भी शुभ नहीं माना जाता।
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क्या खरीद सकते हैं नए वस्त्र
पितृ पक्ष के समय में नए वस्त्र खरीदना वर्जित माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि पितृ पक्ष में वस्त्र का दान पितरों के लिए होता है। इस दौरान अन्न और वस्त्रों का दान देने से पितृ प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
खरीद सकते हैं ये चीजें
पितृ पक्ष के दौरान नया मकान, प्लॉट, फ्लैट, नई गाड़ी आदि खरीदा जा सकता है, इसमें कोई मनाही नहीं है। ऐसा माना जाता है कि पितृ आपकी उन्नति पर प्रसन्न होते हैं। ऐसे में आप इन चीजों की खरीदारी कर सकते हैं।
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