Pearl Gemstone: मन को शांत और स्थिर करता है मोती, जानिए कब और किसे पहनना चाहिए
Pearl Gemstone मोती को पहनकर आप अपने चंद्रमा की स्थिति को कुछ हद तक नियंत्रण में कर सकते हैं। यदि आपका मन स्थिर होने लगेगा शांत होने लगेगा एकाग्र होने लगेगा तो कई सारी परेशानियों से आप खुद ही बचने लगेंगे। मोती पहनने से गुस्सा और चिड़चिड़ापन भी कम होता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pearl Gemstone: ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है। ग्रहों में वह सबसे तेज गति से चलते हुए सवा दो दिन में एक राशि को पार कर लेता है। इसी तरह मन भी हर दिन, हर घंटे, हर मिनट एक जैसा नहीं रहता है। कल्पनाओं के पुल वह हमेशा बांधा करता है। इस अस्थिर मन को कंट्रोल कर सकता है मोती।
क्योंकि मोती रत्न (Pearl Gemstone Benefits) का संबंध चंद्रमा से है। इस रत्न को पहनकर आप अपने चंद्रमा की स्थिति को कुछ हद तक नियंत्रण में कर सकते हैं। यदि आपका मन स्थिर होने लगेगा, शांत होने लगेगा, एकाग्र होने लगेगा, तो कई सारी परेशानियों से आप खुद ही बचने लगेंगे।
चंद्रमा की स्थिति देखकर पहनें मोती
स्थिर और शांत मन के साथ जब आप कोई फैसला करेंगे, तो उसके अच्छे नतीजे आने की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी। हालांकि, हर किसी को यह रत्न नहीं पहनना चाहिए। यदि कुंडली में चंद्रमा की स्थिति अशुभ है। वह रोगेश या ऋणेश बनकर बैठा है, तो मोती पहनने के बाद आप बीमार हो सकते हैं या कर्ज में फंस सकते हैं।
लिहाजा, मोती को पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। यदि आपको ज्योतिषी इस रत्न को पहनने के लिए कहते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मोती कैसे पहनना चाहिए
- मोती रत्न को चांदी की अंगूठी में पहनना चाहिए।
- मोती को सोमवार या पूर्णिमा के दिन पहनना चाहिए।
- मोती को दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली में पहनें।
- मोती पहनने से पहले उसे शुद्ध और ऊर्जान्वित करें।
- एक दिन पहले कच्चे दूध और गंगाजल में रत्न को डुबाकर रखें।
- अगले दिन भगवान शिव और चंद्र देव की पूजा करने के इसे पहनें।
यह भी पढ़ें- Vastu Tips: आप भी खरीद रहे हैं पानी का घड़ा, जान लीजिए किस दिशा में रखने से मिलेगा फायदा

मोती पहनने से ये दिखेंगे असर
- मोती पहनने से नेगेटिव सोच को कम कर सकते हैं।
- मोती पहनने से आपकी क्रिएटिविटी बढ़ सकती है।
- आप खुद में कॉन्फिडेंस और मोराल बढ़ा हुआ पाएंगे।
- आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ने लगेगी।
यह भी पढ़ें- Baglamukhi Jayanti 2025: शत्रुओं पर विजय दिलाती हैं मां बगलामुखी, जानिए कब है जयंती और क्या है इनका महत्व
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।